कटान के मुहाने पर घर, ग्रामीणों में डर
फौजदारपुरवा व कोनीपुरवा के समीप पहुंचा नदी का पानी रामपुर मथुरा के अखरी व अंगरौरा गांव में घाघरा कर रही कटान
सीतापुर: बारिश व बैराजों से छोड़ा गया पानी रेउसा ब्लाक के फौजदारपुरवा, कोनीपुरवा, परमेश्वरपुरवा, जटपुरवा आदि गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। शारदा व घाघरा नदियों के बढ़ते जलस्तर ने ग्रामीणों की नींद गायब कर दी है।
शुक्रवार को भी नदियों के पानी में बढ़ोतरी दर्ज की गई। घाघरा का पानी गांव फौजदारपुरवा व कोनीपुरवा गांव के समीप पहुंच गया है। हालांकि, सिचाई विभाग ने गांव फौजदारपुरवा के समीप बचाव कार्य शुरू करा दिया है। शुक्रवार को बांस की बाड़ लगवाई गई। वहीं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए लखनऊ से आए सेना के जवानों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर तैयारियों का हाल जाना। रामपुर मथुरा इलाके में भी नदियों के जलस्तर ने ग्रामीणों को डराना शुरू कर दिया है।
बढ़ रहा जलस्तर, खेतों का कटान कर रही घाघरा:
सेउता: रेउसा ब्लाक के गांव नगीनापुरवा निवासी सूरजलाल, गयाप्रसाद, इंदल आदि ग्रामीणों के घर कटान के मुहाने पर हैं। गांव परमेश्वरपुरवा, फौजदारपुरवा व कोनीपुरवा में घाघरा नदी खेतों का कटान कर रही है। शुक्रवार को किसान कन्हैयालाल की पांच बीघा जमीन नदी में समा गई।
एक्सईएन सिचाई विशाल पोरवाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह लखीमपुर खीरी से घाघरा नदी में 206583 क्यूसेक व शारदा में 25352 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गांव परमेश्वरपुरवा व फौजदारपुरवा ग्राम समूहों में कटानरोधी कार्य तीव्र गति से कराए जा रहे हैं। वहीं कटान की स्थितियों की निगरानी की रहे क्षेत्रीय लेखपालों ने कहा कि, जिन किसानों का खेत कट रहा है जल्द ही उसका सर्वे किया जाएगा।
नदी की धार में कट गई सड़क, आवागमन ठप:
रामपुर मथुरा: घाघरा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से अखरी, अंगरौरा, निरंजनपुरवा, मिश्रणपुरवा, केयूरा, सोतीपुरवा आदि गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थान के लिए पलायन भी शुरू कर दिया है। वहीं, अखरी से शंकरपुरवा गांव जाने वाली सड़क नदी की कटान में कट जाने से ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया है। घाघरा नदी अखरी व अंगरौरा में कटान भी कर रही है।
वर्जन::
गांव फौजदारपुरवा के समीप बचाव कार्य शुरू करा दिया गया है। गांव को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा हैं। एक ट्रक बांस मंगाकर मशीन से बांस से बाड़ लगवाई जा रही है।
-विशाल पोरवाल, एक्सईएन सिचाई