सिरौली बाजार में छापेमारी, छह बाइकों समेत दो आटोलिफ्टर गिरफ्तार

महमूदाबाद पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी एक बाइक का मुकदमा महमूदाबाद में दर्ज

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:56 PM (IST)
सिरौली बाजार में छापेमारी, छह बाइकों समेत दो आटोलिफ्टर गिरफ्तार
सिरौली बाजार में छापेमारी, छह बाइकों समेत दो आटोलिफ्टर गिरफ्तार

सीतापुर: बाइक चोरी करने वाले आटोलिफ्टर गैंग का पुलिस ने राजफाश किया है। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए छह बाइक बरामद कर ली हैं जबकि एक अभियुक्त की तलाश की जा रही है। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों पर पूर्व में भी कई मुकदमे महमूदाबाद कोतवाली में दर्ज हैं। तलाशी के दौरान अभियुक्तों के पास अवैध शस्त्र भी बरामद हुए हैं।

सीओ रविशंकर प्रसाद ने बताया कि बीते गुरुवार की रात करीब एक बजे महमूदाबाद पुलिस को सिरौली बाजार में दो शातिर अपराधियों के होने की सूचना मिली। कोतवाल अनिल पांडेय के निर्देशन में एसआइ अमित दुबे, एजाज अहमद, रामजीपाल, रंजीत यादव, कुलदीप, सुनील कुमार, दीपक यादव, प्रेम कुमार, हेमंत सिंह ने सिरौली बाजार में छापा मारा, जिसमें दो अभियुक्त गिरफ्तार किए गए।

पूछताछ में दोनों ने अपना नाम विशाल तथा अमर सिंह निवासीगण बिलासपुर बताया। दोनों आरोपितों के पास से एक-एक अवैध तमंचा, जिदा कारतूस और चोरी की छह मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं।

सीओ ने बताया कि छह मोटरसाइकिलों में एक का मुकदमा महमूदाबाद थाने में दर्ज है जबकि शेष पड़ोसी थानों से संबंधित हैं। अभियुक्त विशाल पर महमूदाबाद कोतवाली में तीन और अमर सिंह पर पांच मुकदमे पूर्व में दर्ज हैं। दोनों शातिर अपराधी हैं, जिनकी तलाश पुलिस काफी समय से कर रही थी।

सीओ ने बताया कि दोनों अपराधियों से पूछताछ की जा रही है। बाइक चोरी से संबंधित अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाकर इनके नेटवर्क का पर्दाफाश किया जायेगा।

धोखाधड़ी के आरोप में 15 हजार का इनामी गिरफ्तार

सीतापुर: रामकोट पुलिस ने शुक्रवार को धोखाधड़ी के आरोप 15 हजार रुपये के इनामिया अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्त बिलरिया गांव का रामगोपाल है। इसे एसएसआइ अनिल तिवारी की टीम ने पकड़ा है। थानाध्यक्ष संजीत सोनकर ने बताया, अभियुक्त रामगोपाल को पुलिस ने अंगदपुर से गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया, अभियुक्त रामगोपाल अपने सहयोगी श्याम किशोर पांडेय के साथ मिलकर उप्र राज्य भंडारण निगम के डिपो के कुल 360 श्रमिकों की सूची जारी कर दी थी। यही नहीं, इन श्रमिकों की नियुक्ति के संबंध में शासन के अपर मुख्य सचिव गृह और अनु सचिव सहकारिता विभाग का फर्जी आदेश व अन्य प्रपत्र जारी कर कूट रचित दस्तावेज तैयार किए थे। छल कपट कर धोखाधड़ी कर कई श्रमिकों को आर्थिक रूप से ठगा था।

आपको बता दें कि अभियुक्त रामगोपाल का साथी श्याम किशोर पांडेय का कुछ दिन पहले ही रामकोट पुलिस गिरफ्तार कर उसे जेल भेज चुकी है।

थानाध्यक्ष ने बताया, रामगोपाल दो महीने से वांछित चल रहा था। इसकी गिरफ्तार के लिए एसपी ने कुछ दिन पहले 15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था।

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