तीसरी लहर का खौफ और अभी से फूल रहीं सांसें

आक्सीजन प्लांट स्थापना की शुरुआत ठंडे बस्ते में सीएमओ को लिखापढ़ी 300 सिलिडर व 10 आक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग 12 बेड आरक्षित

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 12:06 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 12:06 AM (IST)
तीसरी लहर का खौफ और अभी से फूल रहीं सांसें
तीसरी लहर का खौफ और अभी से फूल रहीं सांसें

सीतापुर : कोविड की तीसरी लहर के खतरे से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग में तैयारियां चल रही हैं। सीएचसी को एल-1 प्लस कोविड अस्पताल बनाया गया है। विशेषज्ञों ने तीसरी लहर खासकर बच्चों के लिए खतरनाक बताई है। इसलिए सीएचसी के नए तीन मंजिला भवन के प्रथम तल के कुल चार में तीन वार्डों को पीडियाट्रक वार्ड बनाया गया है। इसमें कुल 50 बेड हैं। 12 बेड प्रभावित होने वाले बच्चों के लिए आरक्षित हैं।

एल-1 प्लस को जरूरत सीएचसी अधीक्षक डा. राकेश वर्मा ने बताया, अस्पताल में डी-टाइप जंबू के 100 आक्सीजन सिलिडर की मांग की है। इस डी-टाइप प्रत्येक जंबू सिलिडर में 34-3500 लीटर आक्सीजन रहती है। इसी तरह बी-टाइप के 200 सिलिडर मांगे हैं। इन बी-टाइप प्रत्येक सिलिडर में 1200 लीटर आक्सीजन होती है। अधीक्षक ने बताया, अस्पताल में 20 आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं। इनके अलावा 10 आक्सीजन कंसंट्रेटर और मांगे हैं। उपकरणों की मांग उप्र मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन से की है। अधीक्षक ने बताया, पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती होने वाले बच्चों के लिए कार्टून वाल पेपर आर्डर किए हैं। यह वाल पेपर सोमवार को मिल जाएंगे।

सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों का स्टाफ

डाक्टरों के 12 पद हैं। इनमें दो मेडिकल आफीसर के पद रिक्त हैं। चार फार्मासिस्ट हैं। छह वार्ड ब्वाय की जगह दो नियुक्त हैं। 14 नर्स हैं। दो सफाई कर्मी हैं। ये सभी स्वास्थ्य कर्मी कोविड की तीसरी लहर से निटपने के लिए ट्रेंड हो गए हैं।

आक्सीजन प्लांट स्थापना की शुरूआत नहीं

सीएचसी में अभी आक्सीजन प्लांट स्थापना की शुरुआत तक नहीं हुई है। अधीक्षक ने सीएमओ को लिखापढ़ी की है।

एल-1 प्लस में 50 किलोवाट का बिजली कनेक्शन

अधीक्षक ने बताया, अस्पताल के पुराो भवन में दो किलोवाट का बिजली कनेक्शन है। पड़ोस में ही तीन मंजिला नई इमारत बनी है। इसमें वर्ष 2017 से मातृ एवं शिशु कल्याण, ब्लड बैंक, लैब, काउंसिलिग, वैक्सीनेशन आदि कार्य संचालित हैं। अब इसी नए भवन को एल-1 प्लस कोविड अस्पताल बनाया है। इस भवन में 50 किलोवाट का बिजली कनेक्शन है। अधीक्षक ने बताया, एल-1 प्लस अस्पताल में विद्युत भार बढ़ाने के संबंध में बिजली अधिकारी से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि आक्सीजन प्लांट में और कितने लोड बढ़ाने की जरूरत होगी। यह प्लांट लगने पर ही स्पष्ट होगा। उसी हिसाब में विद्युत भार बढ़ाएंगे। दूसरा ट्रांसफार्मर भी लगाना पड़ेगा।

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