शंकरपुरवा जलमग्न, टापू बने 10 से अधिक गांव
बारिश व बैराजों से छोड़े गए पानी से उफनाई घाघरा व
सीतापुर : बारिश व बैराजों से छोड़े गए पानी से उफनाई घाघरा व शारदा ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। घाघरा का पानी रामपुर मथुरा इलाके के गांवों में घुस गया है। गांवों को जाने वाले रास्ते जलमग्न हो गए और आवागमन बाधित हो गया है। वहीं रेउसा इलाके में घाघरा व शारदा नदी का पानी कहर ढा रहा है। फौजदारपुरवा का अस्तित्व समाप्त हो गया है। परमेश्वरपुरवा गांव भी कटान की जद में है।
शंकरपुरवा गांव में घुसा घाघरा का पानी
रामपुर मथुरा : घाघरा नदी का पानी शंकरपुरवा गांव में घुस गया है। गांव में पानी घुसने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं अखरी, अंगरौरा, कनरखी, सोतीपुरवा व बगस्ती आदि दस से अधिक गांव टापू बने हैं। घाघरा का पानी इन गांवों के चारों ओर भरा है। अखरी को जाने वाले रास्तों पर भी नदी का पानी भरा है। बुधवार को थानाध्यक्ष ओपी तिवारी व नायब तहसीलदार प्रीति सिंह ने अखरी गांव पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया था। बाढ़ का पानी पहुंचने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पशुओं के चारे की समस्या हो गई है। ग्रामीणों को राहत पहुंचाने में भी समस्या हो रही है। अखरी व शंकरपुरवा के कई घरों पर कटान का खतरा भी मंडरा रहा है। नदी इन घरों से महज 15 मीटर की दूरी पर बह रही है। अनुज तिवारी, पवन, लल्सा, हरीश्चंद्र, शिवम, मुन्नू आदि ने बताया कि घाघरा का जलस्तर बढ़ा है। पानी और बढ़ा तो बहुत मुश्किल होगी।
कटान तेज, नदी में समाए सात घर
रेउसा : शारदा व घाघरा नदियों के जलस्तर ने रेउसा इलाके के तटवर्ती गांवों में रहने वाले ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कटान भी तेज है। नदी की कटान ने मंगलवार को फौजदारपुरवा गांव का नामोनिशान मिटा दिया। गांव का प्राथमिक विद्यालय भी आधा काट चुका है। वहीं परमेश्वरपुरवा का अस्तित्व भी खतरे में है। बुधवार को पासिनपुरवा गांव के सात घर नदी में समा गए थे।
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बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए 38 नावों का इंतजाम किया गया है। 47 नाविक भी लगाए गए हैं। राहत सामग्री पहुंचाए जाने का इंतजाम हो रहा है।
- अशोक कुमार, तहसीलदार महमूदाबाद नदियों में डिस्चार्ज
शारदा 153584 क्यूसेक
घाघरा 134435 क्यूसेक
नोट : डिस्चार्ज बुधवार दोपहर दो बजे का है।