बारिश व हवा से जमीन पर गिरीं फसलें

सीतापुर : रविवार रात मौसम खराब होने के बाद तेज हवा के बीच भारी बारिश से खरीफ फसलों क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 10:56 PM (IST)
बारिश व हवा से जमीन पर गिरीं फसलें
बारिश व हवा से जमीन पर गिरीं फसलें

सीतापुर : रविवार रात मौसम खराब होने के बाद तेज हवा के बीच भारी बारिश से खरीफ फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। धान, गन्ना, केला आदि फसलें जमीन पर गिर गईं हैं। फसलों के अधिक नुकसान देख किसानों की टेंशन बढ़ गई है। केला की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि इधर बाजार में भाव कमजोर है। 90 रुपये ¨क्वटल के हिसाब में केला बिक रहा है, लेकिन बारिश के बाद केला खेत में ही गिर गया है तो भाव में और कमजोरी आएगी और उन्हें उसी भाव में फसल बेचना उनकी मजबूरी रहेगी अन्यथा केला खेत में ही सड़ जाएगा। उद्यान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले के परसेंडी, गोंदलामऊ, लहरपुर, बिसवां आदि ब्लॉक क्षेत्रों में केला की फसल अधिक है। जिले में तीन हजार हेक्टेयर में केला की फसल है। पिसावां : नादन गांव के किसान बल¨वदर ¨सह, सतनाम ¨सह, दर्शन ¨सह, रणजीत ¨सह, सुरेश कुमार और पिसावां गांव के रघुवीर ¨सह, वीरेश ¨सह, आनंद ¨सह आदि लोगों की गन्ना व धान की फसलें खेत में गिर गई है। इनके खेतों में सोमवार सुबह से ही गन्ने के पौधों को जमीन से उठाकर उनको सुरक्षित करने का काम चल रहा है। इन किसानों ने बताया कि गन्ना तो फिर खेत में खड़ा कर दिया गया है पर धान की फसल गिरने से बड़ा नुकसान हुआ है। लहरपुर : क्षेत्र के शरीफपुर कसमंडा गांव के श्याम सुदंर वर्मा के केला के 70 पेड़, तलबीपुर के रामनाथ वर्मा के 200 पेड़ खेत में गिर गए हैं। इन किसानों ने बताया कि उनके केले के पेड़ों में इस बार 45-50 किग्रा की गहर आई थी, लेकिन केला गिरने से नुकसान हुआ है। इसी तरह क्षेत्र के दर्जनों किसानों के केले की फसल को नुकसान हुआ है।

वर्जन--

तेज हवा-बारिश के बाद हमने क्षेत्र य निरीक्षकों से केला आदि औद्यानिक फसलों के नुकसान की जानकारी ली है। निरीक्षकों ने किसी तरह का नुकसान न होने को बताया है। केला फसल प्रधानमंत्री फसल बीमा में भी नहीं शामिल है प्रयास कर रहे हैं कि इस फसल को बीमा योजना में शामिल कर लिया जाए।

- राम नरेश, जिला उद्यान अधिकारी

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