नाव का सफर-तपती रेत की डगर, वोटरों के उत्साह पर नहीं असर
रेउसा व बेहटा ब्लाक के मतदाताओं ने मतदान के लिए नाव से पार की नदी
सीतापुर : गांजरी इलाके के मतदाताओं में मतदान के प्रति गजब का उत्साह दिखा। उम्मीदवारों की चुनावी नैया पार लगाने के लिए बेहटा व रेउसा ब्लाक की कुछ ग्राम पंचायतों के मतदाताओं ने नाव से नदी पार की। कुछ मतदाता नदी में घुसकर दूसरे किनारे पहुंचे। एक किलोमीटर से अधिक दूरी पैदल तय की और कई घंटे मतदान की लाइन में लगे। वापसी में नाव का इंतजार भी करना पड़ा।
नाव से आए और लाइन में लगे सेउता : रेउसा ब्लाक के गांव मल्लापुर व रायगंज के करीब 300 मतदाताओं ने गांव की सरकार चुनने के लिए नाव से नदी पार की। नदी के दूसरे किनारे से कुछ मतदाताओं ने उम्मीदवारों की ओर से मुहैया कराए गए वाहनों का सहारा लिया, तो कुछ मदाता पैदल ही मतदान केंद्र की ओर बढ़ चले। ग्राम पंचायत असईपुरवा के मजरा अंधपुर के मतदाता भी नाव से नदी पारकर मतदान करने पहुंचे। अंधपुर में 300 से अधिक मतदाता हैं। दर्जिनपुरवा के मतदाताओं ने भी नाव व नदी में घुसकर मतदान केंद्र पहुंचे। रेउसा ब्लाक के करीब 700 मतदाताओं को नदी पार करनी पड़ी।
तपती रेत में मतदान के लिए तप
तंबौर : बेहटा ब्लॉक की ग्राम सभा सेतुही के मजरा मीतमऊ, नकहा, परेवा गांवों के मतदाताओं ने नाव से नदी पार कर करीब दो किमी तपती रेत में पैदल चले। मतदान केंद्र सेतुही पहुंचकर अपना वोट डाला। नकहा गांव के बुजुर्ग रामपाल, रामलखन, मुरली नदी पार कर मतदान केंद्र पहुंचे। इन गांवों के करीब 950 मतदाताओं को मतदान केंद्र पहुंचाने का साधन नाव बनी। गांव के बृजेंद्र प्रताप का कहना है कि, मीतमऊ में सरकारी स्कूल का भवन होने के बावजूद नदी के दूसरी और मतदान केंद्र बनाया गया है।