आरक्षण पर एतराज, आपत्ति से बदलाव की आस
पंचायत के आरक्षण पर शासनादेश व नियमों का दिया हवाला
सीतापुर : उम्मीद थी कि ग्राम सभा का आरक्षण मन-मुताबिक होगा। आरक्षण सूची ने खेल ही बिगाड़ दिया, जबकि शासनादेश के अनुसार भी ग्राम सभा वर्ग विशेष को आरक्षित होनी थी। कई पंचवर्षीय से ग्राम सभा आरक्षित या अनारक्षित नहीं हुई, कुछ इसी तरह की दलीलें दावेदारों ने आरक्षण सूची से सम्बंधित आपत्तियों में दी हैं। आपत्तियों के साथ पंचायत की जनसंख्या व पूर्व के आरक्षण के बारे में भी बताया गया। पंचायत की आरक्षण सूची के सम्बंध आपत्तियां दर्ज कराने का सिलसिला गुरुवार को डीपीआरओ कार्यालय खुलने के साथ ही शुरू हो गया था। डीपीआरओ कार्यालय में तीन कर्मचारी आपत्तियों को दर्ज करने में लगाए गए हैं। ब्लॉकवार आपत्ति ली जा रही है। बता दें कि प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य पद का आरक्षण जारी किया गया है। प्रशासन की ओर से जारी आरक्षण सूची पर चार से आठ मार्च तक आपत्तियां ली जाएंगी। गुरुवार को कई लोग आरक्षण सूची को लेकर आपत्ति दर्ज कराने विकास भवन पहुंचे।
सकरन, हरगांव, ऐलिया आदि सभी ब्लाकों से आई आपत्तियां
विकास खंड सकरन, हरगांव, ऐलिया, बिसवां, बेहटा आदि सभी ब्लाकों की कई ग्राम सभाओं के आरक्षण पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। दावेदारों ने सकरन की सुमरांवा, हरगांव की कल्याणपुर के आरक्षण पर आपत्ति दी है।
कौव्वाखेड़ा के छह दावेदारों ने जताई आपत्ति
सकरन ब्लॉक की ग्राम सभा कौव्वाखेड़ा की आरक्षण सूची पर ग्राम सभा के छह दावेदारों ने आपत्ति जताई है। अरविद कुमार, किशोरीलाल आदि ने कहा कि शासनादेश के अनुसार पंचायत की सीट आरक्षित होनी थी। हरगांव की ग्राम सभा कल्याणपुर से दीपक राज ने आरक्षण सूची पर आपत्ति जताई। वहीं ऐलिया ब्लॉक की ग्राम सभा जगना के आरक्षण पर रामसागर, प्रेमशंकर आदि ने आपत्ति दर्ज कराई। क्लार्कनगर के आरक्षण पर प्रेमकिशोर आदि ने आपत्ति दाखिल की। सकरन ब्लॉक की ग्राम सभा सुमरावां के आरक्षण पर भी आपत्ति दी गई है।