जिला अस्पताल में नॉन कोविड रोगी की इंट्री नहीं, भटके वाह्य रोगी

पहले दिन शनिवार को अस्पताल गेट पर भीड़ को रोकने को बुद्ध पार्क के पास कुछ एक फार्मासिस्ट की ड्यूटी लगाई गई थी। यह फार्मासिस्ट रोगियों को अस्पताल में इंट्री नहीं दे रहे थे। क्षेत्रीय सीएचसी या अन्य चिकित्सा केंद्र पर स्वास्थ्य परीक्षण करा लेने की सलाह दे रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:48 PM (IST)
जिला अस्पताल में नॉन कोविड रोगी की इंट्री नहीं, भटके वाह्य रोगी
जिला अस्पताल में नॉन कोविड रोगी की इंट्री नहीं, भटके वाह्य रोगी

सीतापुर : जिला चिकित्सालय कोविड अस्पताल बन गया है, नॉन कोविड मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे। यह अंकन कर सीएमएस डा. अनिल अग्रवाल ने जिला अस्पताल के गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया है।

पहले दिन शनिवार को अस्पताल गेट पर भीड़ को रोकने को बुद्ध पार्क के पास कुछ एक फार्मासिस्ट की ड्यूटी लगाई गई थी। यह फार्मासिस्ट रोगियों को अस्पताल में इंट्री नहीं दे रहे थे। क्षेत्रीय सीएचसी या अन्य चिकित्सा केंद्र पर स्वास्थ्य परीक्षण करा लेने की सलाह दे रहे थे। सुबह रोगियों की भीड़ नियंत्रण से बाहर थी, पर पुलिस कर्मियों के सहयोग से स्वास्थ्य कर्मी वाह्य रोगियों व तीमारदारों पर काबू पा सके। कोविड अस्पताल बनने के पहले दिन सुबह फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने ओपीडी, इमरजेंसी के साथ ही पूरे परिसर को सैनिटाइज किया। इसके बाद अस्पताल में बाहरी लोगों को प्रवेश वर्जित कर दिया गया। अस्पताल के अंदर सामान्य वाहनों को भी नहीं जाने दिया गया। अस्पताल गेट को बंद कर दिया गया था।

हाथ जोड़े, पीड़ा बताई, पर किसी ने नहीं सुनी : अस्पताल के बाहर गेट पर बुद्ध पार्क के पास वाह्य रोगियों को रोकने के लिए लगे फार्मासिस्ट व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मरीजों व तीमारदारों को समझा रहे थे। उन्हें जिला चिकित्सालय को कोविड अस्पताल बन जाने की बात बता रहे थे। यहीं पर एलिया के अंबोवा गांव से आए रामचंद्र फार्मासिस्टों से एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवा देने की गुहार लगा रहे थे। इसी तरह लहरपुर के अकबरपुर से बीमार बेटी पारुल को लेकर आईं सुनीता इलाज के लिए हाथ जोड़ रही थी, पर अस्पताल प्रशासन ने इनकी एक न सुनी और इनकी तरह कई सैकड़ा वाह्य रोगियों को बिना इलाज कराए बैरंग लौटना पड़ा।

अल्ट्रासाउंड हो पाया न ही दवा ले पाए : मिश्रिख से अस्पताल आए विशंभर ने बताया, उन्हें कई दिनों से पेट में दर्द है। शुक्रवार को वह जिला अस्पताल आए थे तो डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड के लिए लिखा था। शनिवार को उन्हें अल्ट्रासाउंड कराकर रिपोर्ट डॉक्टर को दिखाकर दवा लेनी थी। परेशान विशंभर अपने पेट को हाथ से दबाए थे। कहा, दर्द हो रहा है, कहां जाएं किसको दिखाएं।

chat bot
आपका साथी