परामर्श केंद्र पर सुलझा विवाद, 80 जोड़ों ने फिर थामा एक-दूजे का हाथ

पुलिस लाइन के परिवार परामर्श केंद्र पर की जाती है जोड़ों की काउंसिलिग छह माह में 80 जोड़ों ने एक साथ रहने की रजामंदी दी कराई गई विदाई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 10:48 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 10:48 PM (IST)
परामर्श केंद्र पर सुलझा विवाद, 80 जोड़ों ने फिर थामा एक-दूजे का हाथ
परामर्श केंद्र पर सुलझा विवाद, 80 जोड़ों ने फिर थामा एक-दूजे का हाथ

सीतापुर: आपसी मतभेद से टूटने की कगार पर पहुंची पति-पत्नी के रिश्तों की डोर परिवार परामर्श केंद्र से जुड़ रही है। काउंसिलिग कर परिवारों को टूटने से बचाया जा रहा है। मतभेद भुलाकर साथ रहने की सीख दी जा रही है। नतीजा यह रहा कि छह माह में 80 जोड़ों (पति-पत्नी)ने एक साथ रहने की रजामंदी दी। साथ रहने की हामी भरने वाली जोड़ों को परिवार परामर्श केंद्र से ही विदा भी किया गया।

परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी एसआइ मधु यादव की अगुवाई में काउंसलर मांडवी मिश्रा, नीतू यादव, महिला आरक्षी अमन कौर, विनीता, पूजा, निशा, कांति, सुधा व मंजीता जोड़ों की काउंसिलिग करती हैं।

प्रत्येक रविवार, जुड़ रहे परिवार

पुलिस लाइन के परिवार परामर्श केंद्र पर प्रत्येक रविवार को आपसी विवाद की वजह से अलग रहने वाले पति-पत्नी की काउंसिलिग की जाती है। विवाद की वजह जानी जाती है और उन्हें एक साथ रहने को राजी किया जाता है। काउंसिलिग के बाद कई जोड़े साथ रहने की हामी भी भरते हैं। पहले गुरुवार को जोड़ों की काउंसिलिग की जाती थी।

अक्टूबर में 32 और नवंबर में एक हुए 13 जोड़े

परिवार परामर्श केंद्र पर काउंसिलिग के बाद अक्टूबर में 32 पति-पत्नी जोड़ों ने एक साथ रहने की हामी भरी थी। केंद्र से ही इनकी विदाई कराई गई।। वहीं नवंबर में 13 जोड़ों ने साथ रहने ही हामी भरी। दिसंबर के पहले रविवार को पांच जोड़ों की विदाई परिवार परामर्श केंद्र से की गई।

जोड़ों के साथ परिवार को भी दी जाती सीख

पुलिस के पास आने वाली पति-पत्नी के आपसी विवाद की अधिकांश शिकायतों का समाधान परिवार परामर्श केंद्र से किया जाता है। काउंसलर मांडवी मिश्रा बताती हैं कि पति-पत्नी को समझाया जाता है, जरूरत पड़ने पर उनके परिवारों को भी सीख दी जाती है।

वर्जन

पति-पत्नी के विवादों की शिकायतों में यह प्राथमिकता रहती है कि परिवार टूटने न पाए। काउंसिलिंग के जरिए आपसी विवादों को दूर किया जाता है। छह माह में करीब 80 परिवारों को टूटने से बचाया गया।

-डा. राजीव दीक्षित, एएसपी उत्तरी

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