थानों पर नहीं सुनवाई, मुख्यालय की दौड़ मजबूरी
थानों से निराश फरियादियों को एसपी कार्यालय से भी नहीं मिल रही राहत कई चक्कर लगा चुके फरियादी मामले में अब तक नहीं हुई है सुनवाई
सीतापुर: मंडी चौकी प्रभारी ने सीसी कैमरे की फुटेज नहीं दिखाई। पूरा-पूरा दिन बाहर बैठाए रखा। सीओ कार्यालय के एक आरक्षी ने भगा दिया। कप्तान साहब के कार्यालय में भी कई चक्कर लगाए, लेकिन बेटे की हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा। यह कहते ही मां अंजनी शर्मा का गला रुंध गया। उनका आरोप है कि गुप्ता कालोनी में रहने वाले उनके बेटे भानू की हत्या की गई। एक महीना हो गया पुलिस कुछ सुनने को तैयार नहीं। हालांकि मंडी चौकी प्रभारी पूजा यादव का कहना है कि हमने सीसी फुटेज दिखाने को कहा, महिला ही नहीं आई। महिला के बेटे ने जहरीला पदार्थ खाया था। एसपी के पास फरियाद लेकर पहुंची अंजनी डेढ़ घंटे से इंतजार कर रही थीं, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। सोमवार को सुबह 11 बजे अकेले अंजनी शर्मा ही नहीं कई अन्य फरियादी भी थे, जिनकी शिकायत थानों पर नहीं सुनी गई। थाना पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर साहब के पास शिकायत लेकर आए थे।
प्रेम का हाथ टूटा, पत्नी और मां को चोट पुलिस ने दर्ज की एनसीआर
रामकोट के किन्हौटी से आए प्रेम कुमार का हाथ टूटा था। गांव में हुई मारपीट में उनकी मां और पत्नी को भी काफी चोट आई, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एनसीआर ही दर्ज की। पीड़ित को मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दी। कमलापुर थाने के बरईखेड़ा से आए बड़कन्न के परिवारजन को भी पीटा गया। पुलिस उनकी शिकायत नहीं सुन रही। बड़कन्न के साथ उनके छोटे भाई की पत्नी व मां भी थी। तीनों को चोट आई है।
मानपुर, सीतापुर और लखनऊ के चक्कर लगा रहे रईस
बेलही अंबरपुर, मानपुर के रहने वाले रईस की लखनऊ में विवाहिता बेटी गायब है। ससुरालीजन पर केस कराने के लिए वह मानपुर, सीतापुर और लखनऊ के चक्कर लगा रहे हैं। लखनऊ पुलिस सीतापुर भेज देती है। मानपुर पुलिस शिकायत नहीं सुनती और एसपी कार्यालय के शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी भावनाथ चौधरी ने लखनऊ जाने को कहकर चलता कर दिया।
महिला एसआइ की फटकार, साहब का सीधा जवाब
एसपी कार्यालय में फरियाद लेकर पहुंची फरियादियों को महिला एसआइ की डांट भी सुननी पड़ी। वहीं, प्रभारी भावनाथ चौधरी ने रईस को सीधा जवाब दिया कि लखनऊ जाओ। वहीं शिकायत करो।
वर्जन
जनसुनवाई को लेकर सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है। मामलों का निस्तारण प्राथमिकता व गंभीरता से करने को कहा गया।
- एसपी, पीआरओ