200 स्कूलों के बच्चों की शिक्षा पर बाढ़ का 'ब्रेक'

बेहटा रेउसा व रामपुर मथुरा के स्कूलों में भरा है पानी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:26 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:32 AM (IST)
200 स्कूलों के बच्चों की शिक्षा पर बाढ़ का 'ब्रेक'
200 स्कूलों के बच्चों की शिक्षा पर बाढ़ का 'ब्रेक'

सीतापुर (जितेंद्र अवस्थी):

शारदा और घाघरा नदियों की बाढ़ ने रहने, खाने-पीने के साथ ही बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा पर असर डाला है। बाढ़ के पानी से बच्चों को सुरक्षित रखना और जलमग्न स्कूलों में पढ़ाई कैसे हो यह बड़ा सवाल है। बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा में अभिभावकों के साथ शिक्षकों की परीक्षा है। रेउसा, रामपुर मथुरा व बेहटा ब्लाक के 200 से अधिक स्कूल डूबे हैं। कहीं-कहीं तो पानी छत के करीब पहुंच गया है।

बेहटा में 180 स्कूल डूबे, सात में आवागमन का रास्ता नहीं

बीईओ बेहटा यशवंत सिंह के मुताबिक ब्लाक के 187 प्राइमरी व जूनियर स्कूल बाढ़ प्रभावित हैं। 180 स्कूलों में पानी भरा हुआ है और सात स्कूलों तक पहुंचने का रास्ता सुरक्षित नहीं बचा है। शिक्षकों को सुरक्षित रहकर बच्चों की शिक्षा के लिए प्रयास करने को कहा गया है। फोन से संपर्क कर बच्चों की सुरक्षा के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है।

इन स्कूलों में भरा है अधिक पानी

बेहटा के प्राथमिक विद्यालय पिडुरिया, दारापुर, उमरा, अढ़मलपुर, मुगलपुर, समोलिया, रामरूढ़ा पूरी तरह डूबे हैं। रेउसा ब्लाक का फौजदारपुरवा स्कूल कुछ दिन पहले आई बाढ़ में कट गया था। म्योड़ी छोलहा के दो विद्यालय व श्रीरामपुरवा के स्कूल पर कटान का खतरा मंडरा रहा है।

रेउसा में 15 स्कूल बंद, रामपुर मथुरा में स्कूल के पास जमा हुई बालू

बीईओ सुंदरलाल ने बताया कि ब्लाक के 15 स्कूलों में पानी भरा हुआ है। इन स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह ठप है। तीन स्कूल कटान की जद में हैं। वहीं रामपुर मथुरा के गांवों में भरा पानी कम होने लगा है। प्राथमिक विद्यालय अखरी के पास से पानी तो कम हो गया, लेकिन नदी की बाढ़ के साथ आई बालू स्कूल के आसपास जमा हो गई है। स्कूल खुलने से बालू हटानी होगी।

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