जिला महिला अस्पताल में कोविड से लापरवाही

अस्पताल से लेकर रोडवेज बस अड्डा व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कोविड की अनदेखी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 11:18 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 11:18 PM (IST)
जिला महिला अस्पताल में कोविड से लापरवाही
जिला महिला अस्पताल में कोविड से लापरवाही

सीतापुर : जिला महिला अस्पताल की नई बिल्डिग के प्रथम तल पर जिम्मेदारों की लापरवाही की हद तो तब हो गई जब शुक्रवार दोपहर दो बजे अल्ट्रासाउंड रूम के अंदर डेढ़-दो दर्जन महिलाओं की भीड़ देखी गई। डॉ. इंद्र सिंह अल्ट्रासाउंड कर रहे थे। भीड़ के सवाल पर उन्होंने कहा, महिलाएं मानती नहीं हैं तो क्या करें किससे लड़ाई करें। उन्होंने बताया, अल्ट्रासाउंड के लिए यहां 49 महिलाओं के रजिस्ट्रेशन हुए हैं और उसमें 32 महिलाओं के अल्ट्रासाउंड किए जा चुके थे। इसी तरह पड़ोस में पैथोलाजी में ब्लड व यूरिन टेस्ट कराने वाली महिलाओं की भीड़ थी। उसी के पड़ोस महिलाओं के कोविड टेस्ट के लिए सैंपल लिए जा रहे थे। पैथोलाजी में ही दो दिन पहले एक कर्मी कोरोना से पॉजिटिव पाया जा चुका है। जिम्मेदारों ने पैथोलाजी या आसपास परिसर को सैनिटाइज तक नहीं कराया है। इससे कर्मियों में रोष और संक्रमण से भय भी देखा जा रहा है। नई बिल्डिग में महिलाओं की भीड़ कम नहीं हो रही है। यहां पैथोलाजी और अल्ट्रासाउंड रूम के सामने चार से पांच सैकड़ा महिलाओं की भीड़ रहती है। इसी बिल्डिग के प्रथम तल पर कोविड टीकाकरण के इंतजाम हैं। टीकाकरण के लिए लाभार्थी भी नई बिल्डिग के भूतल से प्रथम तल पर जाते हैं।

सीटें फुल होने से कई महिलाएं फर्श पर बैठी थीं

नई बिल्डिग के भूतल पर उपलब्ध सीटें महिलाओं से फुल थीं तो कई महिलाएं फर्श पर बैठी थीं। इसमें अधिकांश महिलाएं बिना मास्क के थीं। यहीं नहीं, यहां पर बैठा एंबुलेंस स्टाफ भी बिना मास्क के ही था। इस स्टाफ में शामिल एक नर्स ने बताया, वह एंबुलेंस में अस्पताल आने-जाने वाले रोगियों की इंट्री करती है। यह नर्स भी बिना मास्क के ही बैठी अपने साथियों से बातें कर रही थी।

रोडवेज बस अड्डा पर भी इंतजाम नहीं

रोडवेज बस अड्डा पर भी कोविड से लापरवाही कम नहीं है। यहां पर दिल्ली, हरिद्वार व अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों में कोरोना संक्रमण जांच के कोई इंतजाम नहीं हैं। गैर राज्यों से आने वाले यात्रियों के क्वारंटाइन करने की बात तो दूर, उनके सैंपल तक नहीं लिए जा रहे हैं। बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों के कारण ग्रामीण व कोरोना संक्रमण और अधिक बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

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