लाइन में लगते मरीज, जुगाड़ वालों को पीछे से मिलती दवा
दोपहर 140 बजे जिला अस्पताल में पुरुषों के दवा काउंटर पर लंबी लाइन लगी थी।
सीतापुर : दोपहर 1:40 बजे जिला अस्पताल में पुरुषों के दवा काउंटर पर लंबी लाइन लगी थी। दवा के लिए जद्दोजहद हो रही थी। वहीं दवा काउंटर वाले कमरे का दरवाजा खुलता है, एक युवक अंदर जाता है और दो लोगों को पर्चे पर लिखी दवा लाकर दे देता है। कमरे का दरवाजा महज एक बार नहीं, दो बजे तक कई बार खुला। मरीज लाइन में ही लगे रहे और जुगाड़ वाले दवा लेकर चले गए। पीछे के दरवाजे ही नहीं, काउंटर पर भी जुगाड़ चलता है। अस्पताल में काम सीख रहे नर्सिंग छात्र, लंबी लाइन को दरकिनार कर सीधे काउंटर पर जाते हैं और दवाई निकलवा लेते हैं। जुगाड़ से दवा निकलवाने का काम सुबह से ओपीडी के समय तक चलता है।
जुगाड़ न हो तो सेटिग कर लो
जिला अस्पताल में दवा व जांच में अगर जुगाड़ न हो तो सेटिग का खेल भी चल जाता है। अस्पताल में घूमने वाले युवक बिना लाइन के जांच भी करा देंगे और दवा भी दिला देंगे।
काउंटर पर लंबी लाइन, महिलाएं हलकान
जिला अस्पताल के महिला दवा काउंटर पर सोमवार को लंबी लाइन थी। दो लाइनों में लगी महिलाओं को दवा के लिए दिक्कतें झेलनी पड़ीं। हाल ये रहा कि दो बजे ओपीडी बंद होने के करीब 20 मिनट बाद तक दवाई वितरित की गई।
सोमवार को कटे 2762 पर्चे
जिला अस्पताल में सोमवार को 2762 पर्चे काटे गए। पर्चा काउंटर की लाइन पर सुबह से ही लंबी लाइन थी। दोपहर दो बजे तक पर्चे काटे गए। दरअसल, अवकाश की वजह से सोमवार को जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ जमा हुई।
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मामले की जानकारी कराई जाएगी। पीछे के दरवाजे से दवा कैसे दी जा रही है। कार्रवाई की जाएगी।
- डा. एके अग्रवाल, सीएमएस