महोली में कठिना तट पर जल प्रहरियों का डेरा
चिरहुला गांव से निकलकर महोली पहुंच गए जलप्रहरी
सीतापुर : जल प्रहरी का कारवां चलता गया, ग्रामीणों का जत्था जुड़ता गया..। कठिना को पुनर्जीवित करने की जागरूकता यात्रा में दूसरे दिन समिति के पदाधिकारी महोली पहुंच गए हैं। दूसरे दिन इस यात्रा से उप कृषि निदेशक अरविद मोहन मिश्र भी जुड़े। उन्होंने लोकभारती के जिला संयोजक कमलेश सिंह के संग ग्रामीणों को जागरूक किया। उप कृषि निदेशक अरविद मोहन मिश्र ने ग्रामीणों की सहभागिता से ही अभियान के उद्देश्य के सफल होने का मंत्र ग्रामीणों को दिया।
रविवार को सुबह यात्रा को आगे बढ़ाने से पहले जल प्रहरी चिरहुला गांव के पास निकली नदी के तट पर पहुंचे। यहां पर लगातार दूसरे दिन जागरूकता यात्रा से पहले कठिना नदी का पूजन किया गया। आरती के बाद शंखनाद की ध्वनि पर जल प्रहरी महोली की ओर बढ़ चले। रविवार को भी गांवों में जाकर लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान जलप्रहरी तख्तियों पर लिखे स्लोगन के जरिये अपनी यात्रा के मकसद को बता रहे थे। कठिना को बचाने के खूब नारे भी लगे। जल प्रहरी जिस गांव में पहुंचते, वहीं पर लोग उनका स्वागत किया। शाम को यात्रा अपने दूसरे पड़ाव महोली पहुंच गई।
नदी और वृक्ष हमारे जीवन से जुड़े : उप कृषि निदेशक
उप निदेशक कृषि अरविद मोहन मिश्र ने ग्रामीणों को बताया कि नदी व वृक्ष हमारे जीवन से जुड़े हुए हैं। इनकी रक्षा के लिए ग्रामीणों की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कठिना नदी बचाओ अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस नेक कार्य में पूरी सरकारी मशीनरी भी हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है। उद्यान विभाग, कृषि विभाग, विकास विभाग तो पूरा सहयोग कर रहे हैं।
सब जन मिलके कसमें खाओ, लाखों पेड़ लगाओ..
यहां आल्हा भी गाया गया। कहा, सब जन मिलके कसमें खाओ, लाखों पेड़ लगाओ। इसके बाद ग्रामीणों को पौधारोपण की शपथ भी दिलाई गई। सबने यही कहा कि वे कठिना को बचाने के लिए अपने स्तर से पूरी कोशिश करेंगे।