यदि घरों में ही हो जाए कचरा प्रबंधन तो स्वच्छ बने शहर

अगर हम थोड़ी प्लानिग कर लें तो गंदगी मुक्त भारत बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 11:40 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 06:07 AM (IST)
यदि घरों में ही हो जाए कचरा प्रबंधन तो स्वच्छ बने शहर
यदि घरों में ही हो जाए कचरा प्रबंधन तो स्वच्छ बने शहर

सीतापुर : अगर हम थोड़ी प्लानिग कर लें तो गंदगी मुक्त भारत बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम यही है कि कचरे के निस्तारण की व्यवस्था घरों में ही हो। इससे सड़कों पर कूड़ा इकट्ठा नहीं होगा। इसके लिए पालिका द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। कुछ लोग जागरूक भी हुए हैं। बस, इस ओर थोड़ा और काम करने की जरूरत है। घरों में गीला व सूखा दो तरह का कूड़ा एकत्र होता है। गीले कचरे में नमी व पानी की मात्रा भी होती है। सूखा कचरा झाड़ू लगाने के दौरान धूल, पॉलीथिन आदि है। इसे घरों में दो जगह एकत्र कर लें। गीला अलग व सूखा अलग। गीला कूड़ा थोड़े दिन के बाद खाद के रूप में अपने घर के किचेन गार्डेन, गमले आदि में प्रयोग कर सकते हैं। वहीं सूखा कूड़ा पालिका द्वारा निर्धारित स्थल पर डाल दें जहां से उसे उठवाया जा सके। इसके लिए पालिका की ओर से कंपोस्टिग किट भी उपलब्ध कराई गई थी। अगर किट नहीं है तो भी घरों में दो नांदों में बना सकते हैं। अगर कोई इसके बारे में जानकारी चाहता हो तो उसे पालिका द्वारा प्रयोग का तरीका भी बताया जा सकता है। बहुत अच्छा प्रयोग है, इसे करके देखना चाहिए। अगर हर किसी ने इसे अपना लिया तो न केवल कचरे का प्रबंधन हो जाएगा बल्कि शहर भी स्वच्छ हो जाएगा।

डॉ. देवेंद्र श्रीवास्तव, ईओ

नगर पालिका परिषद बिसवां

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