सख्ती के बाद फूट-फूटकर रोए एंबुलेंस कर्मी
बिलखते कर्मी बोले उन्हें देवदूत और करोना योद्धा कहा गया लेकिन प्रशासन ने चाबी छीन ली
सीतापुर : चालक-ईएमटी के प्रदर्शन स्थल आरएमपी इंटर कालेज में मंगलवार रात सख्ती के बाद एंबुलेंस कर्मी बिलख-बिलख कर रोए। रोते हुए पायलट रवि वर्मा व हरिओम सिंह ने कहा, कोरोना काल में उन लोगों ने घर-परिवार छोड़कर खुद के स्वास्थ्य की परवाह किए बिना रोगियों की सेवा की, उन्हें 'देवदूत' और 'कोरोना योद्धा' का नाम दिया गया। आज जब वे हक मांग रहे हैं तो प्रशासन उनसे जोर जबरदस्ती कर रहा है। प्रदर्शन स्थल से एंबुलेंस के साथ उनको खदेड़ दिया है। दरअसल, रात के 10 बजे प्रदर्शन स्थल पर एसडीएम सदर अमित भट्ट, एसीएमओ डॉ. सुरेंद्र शाही, कोतवाल तेज प्रकाश सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। यहां इन लोगों ने प्रदर्शनकारी कर्मियों को एंबुलेंस के साथ खदेड़ना शुरू कर दिया था। अधिकारियों के बर्ताव से एंबुलेंस कर्मी रो-रोकर अपनी बात मीडिया कर्मियों से कह रहे थे।
बताया प्रशासन का वर्ताव
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रात में प्रशासन की सख्ती से बेबस पायलट रवि कुमार वर्मा बिलख-बिलख कर रो रहे थे। बाराबंकी के फतेहपुर के मानिकपुर भगौली निवासी रवि कुमार वर्मा बता रहे थे कि दूसरी लहर में उनका डेढ़ साल का बेटा शिवांश बीमार था। छह अप्रैल को उसकी मौत हो गई, लेकिन ड्यूटी पर होने से रवि अपने घर नहीं जा पाया था। इतनी निष्ठा से रोगियों की सेवा में तत्पर होने के बाद आज उसके साथ किया गया बर्ताव निदनीय है।
बातचीत के बाद मुकर गया प्रशासन
विकास भवन के सामने प्रदर्शन के दौरान एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया, जिले में कुल 97 एंबुलेंस हैं। इनमें इमरजेंसी के लिए सात एंबुलेंस चला रहे हैं। मंगलवार को प्रशासन ने दबाव बनाया तो 25 एंबुलेंस चालू कर देने को राजी हुए थे। 55 एंबुलेंस हड़ताल में शामिल कर रहे थे। शेष खराब 10 एंबुलेंस पहले से ही लोकेशन पर खड़ी थीं। बातचीत के बाद भी रात में प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल पर आकर पायलट व ईएमटी को धमकाकर खदेड़ दिया।
धरना स्थल पर लौटे एंबुलेंस कर्मी
प्रशासनिक सख्ती के बाद पायलटों ने संबंधित सीएचसी में लोकेशन पर एंबुलेंस खड़ी कर दी हैं। लौटकर धरना स्थल कलेक्ट्रेट आ गए हैं।
एंबुलेंस सेवा शुरू कराई..
एआरटीओ व होमगार्ड विभाग से हमें 93 एंबुलेंस के लिए चालक मिल गए हैं। इनको चाबी देकर एंबुलेंस चलवा दी है। एडवांस लाइफ सपोर्ट की चार एंबुलेंस नहीं चल पाई हैं। शासन में खबर कर दी है।
- डॉ. मधु गैरोला सीएमओ