किसानों का शोर सुन गल्ला मंडी पहुंचे अफसर, शासन में भेजी मांग
किसान नेता बोले 12 अक्टूबर से क्रय केंद्र चालू न हुए तो मार्गों पर होगा प्रदर्शन
सीतापुर : किसानों का शोर सुनकर एसडीएम सदर व सीओ सिटी मंगलवार दोपहर गल्ला मंडी पहुंच गए। ट्रैक्टर-ट्रालियों में धान लेकर आए किसान प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि उनका धान सरकारी क्रय केंद्र पर तौला जाए और उन्हें घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिया जाए। नाराज किसानों को समझाते हुए एसडीएम सदर पीएल मौर्य ने उनकी मांग शासन में भेजने का भरोसा दिया। एसडीएम सदर व किसानों के बीच तय हुआ कि 12 अक्टूबर से धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कराई जाएगी। जिस पर कुछ किसानों ने अपना धान 940 से 1100 रुपये तक मूल्य पर बेच दिया। तीन-चार किसानों की ट्रालियों का धान मंडी में टिन शेड के नीचे रखाया गया है। वह किसान सस्ते मूल्यों पर धान बेचने को तैयार नहीं थे। उधर, एसडीएम सदर पीएल मौर्य ने बताया, शासन की अनुमति पर 12 अक्टूबर से क्रय केंद्रों पर धान की तौल शुरू कराई जाएगी। डिप्टी आरएमओ अरविद दुबे ने बताया, किसानों की मांग पर मंगलवार को डीएम की तरफ से प्रस्ताव प्रमुख सचिव खाद्य-रसद को भेजा गया है। यदि शासन में मांग स्वीकार नहीं होगी तो फिर घोषित तारीख एक नवंबर से ही जिले में क्रय केंद्रों पर धान खरीदा जाएगा। बताया, इस बार कामन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 रुपये व ग्रेड-ए धान का मूल्य 1960 रुपये घोषित है। जिले भर में 104 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद होनी है। मंडी में प्रदर्शन कर रहे किसान मंच के प्रदेश प्रभारी शिव कुमार सिंह ने कहा है कि यदि 12 अक्टूबर से क्रय केंद्र चालू न हुए तो वह लोग मार्ग जामकर प्रदर्शन करेंगे या फिर जिलाधिकारी कार्यालय में ट्रैक्टर-ट्रालियों से धान लाएंगे।