भर्ती से पहले कोविड टेस्ट कराएं तभी गर्भवती अस्पताल आएं
प्रसव की निश्चित तारीख के पंद्रह दिन पहले गर्भवती कोरोना टेस्ट करा लें। कोरोना टेस्ट के बिना प्रसव के लिए गर्भवती को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा।
सीतापुर : प्रसव की निश्चित तारीख के पंद्रह दिन पहले गर्भवती कोरोना टेस्ट करा लें। कोरोना टेस्ट के बिना प्रसव के लिए गर्भवती को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। सीएमएस डॉ. सुषमा कर्णवाल ने बताया, गर्भवती के भर्ती होने के बाद यदि कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकलता है तो इलाज करने वाली डॉक्टर, स्टाफ नर्स के साथ ही अन्य स्टाफ को भी क्वारंटाइन होना पड़ता है और एहतियात के तौर पर उन्हें खुद के सैंपल की जांच करानी होती है। ऐसे में स्टाफ का अभाव हो जाता है और चिकित्सा सेवाएं भी प्रभावित होती हैं। इसलिए यही बेहतर है कि गर्भवती भर्ती होने से पहले अपना कोरोना टेस्ट करा लें। सीएमएस ने खासकर गर्भवती महिलाओं से अपील की है कि वे लोग प्रसव से पहले ही महिला अस्पताल आकर कोरोना टेस्ट करा लें। इसके लिए उन्हें सुबह आठ बजे ओपीडी में आना पड़ेगा। वह अस्पताल में पर्चा बनवा लें। फिर संबंधित डॉक्टर से अपनी परेशानी बताते हुए कोविड टेस्ट के लिए उनसे कहें। अस्पताल की नई बिल्डिग में पैथोलॉजी में ही गर्भवती का कोविड टेस्ट हो जाएगा। इसके लिए उसे कोई धनराशि भी नहीं खर्च करनी है। उन्होंने बताया, देखा जा रहा है कि गर्भवती गंभीर अवस्था में अस्पताल आती हैं। उन्हें बिना कोविड टेस्ट के ही भर्ती करना पड़ता है। भर्ती के बाद कोविड टेस्ट में कई महिलाएं पूर्व में पॉजिटिव आ गईं हैं। इसलिए अस्पताल में संबंधित स्टाफ के क्वारंटाइन हो जाने से बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने में दिक्कत रही है।