बैनर टांगा, शपथ दिलाई और हो गया कार्यक्रम
रोडवेज बस स्टाप पर मिशन शक्ति कार्यक्रम में महज खानापूर्ति। शपथ तक सीमित रहा कार्यक्रम दूसरी साइड में बैठी रहीं सवारियां।
सीतापुर : बैनर लगाया, शपथ दिलाई और हो गया कार्यक्रम। यह हाल है परिवहन विभाग के मिशन शक्ति कार्यक्रम का। इतना ही नहीं, विभाग की ओर से इसकी विज्ञप्ति जारी की गई तो उसमें सभी बड़े अधिकारियों के भाषण शामिल कर दिए गए। हमने अधिकारियों से पूछा तो वे टालमटोल करने लगे।
मंगलवार दोपहर करीब 12:45 बजे रोडवेज बस स्टाप के पूछताछ केंद्र की एक साइड दीवार व टिनशेड में मिशन शक्ति का बैनर टंगा था। कुछ समय बाद यात्री कर अधिकारी शैहपर किदवई वहां पहुंचीं, सवारियों और चालक-परिचालकों को मिशन शक्ति की शपथ दिलाई जाती है। इसके तुरंत बाद ही कार्यक्रम समाप्त हो जाता है। बैनर हटा दिया जाता है और अधिकारी गाड़ी में सवार होकर चले जाते हैं।
हाल ये था कि पूछताछ केंद्र के दूसरी साइड में बैठी सवारियों को न तो जानकारी दी जाती है न ही शपथ दिलाई। बस स्टाप परिसर में कई अन्य स्थानों पर भी सवारियां बैठी थीं। लेकिन, विभाग के जिम्मेदारों ने उन्हें जागरूक करना जरूरी नहीं समझा।
प्रेस नोट में सबकी वाहवाही :
मिशन शक्ति कार्यक्रम के संबंध में जारी किए गए प्रेस नोट में एआरटीओ प्रशासन माला वाजपेयी, एआरटीओ प्रवर्तन डा. उदित नारायण पांडेय और यात्रीकर अधिकारी का नाम भेजा गया। सबने संबोधित भी किया, जबकि हकीकत ये है कि कार्यक्रम के दौरान एआरटीओ प्रवर्तन व प्रशासन वहां मौजूद नहीं थे। शपथ के साथ समाप्त होने वाले कार्यक्रम में महिलाओं को उनके अधिकारों का पाठ पढ़ाए जाने की बात भी कही गई।
.. मैं चली आई थी
मिशन शक्ति कार्यक्रम के बारे में पहले तो एआरटीओ प्रशासन माला वाजपेयी ने यात्रीकर अधिकारी से कार्यक्रम कराने की बात कही। प्रेस नोट में उनकी मौजूदगी के सवाल पर उनका कहना था कि मैं चली आई थी, हालांकि उन्होंने यात्रीकर अधिकारी को प्रतिनिधित्व करने की बात कही।
यात्री कर अधिकारी आईं थीं..
यातायात अधीक्षक और प्रभारी एआरएम एके सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यात्री कर अधिकारी आईं थीं। उन्होंने यात्रियों को शपथ दिलाई।