गहमागहमी के बीच नामांकन, बहस और जमकर नारेबाजी

भाजपा और सपा के अलावा दो निर्दल भी मैदान में उतरे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Jun 2021 11:15 PM (IST) Updated:Sat, 26 Jun 2021 11:32 PM (IST)
गहमागहमी के बीच नामांकन, बहस और जमकर नारेबाजी
गहमागहमी के बीच नामांकन, बहस और जमकर नारेबाजी

सीतापुर : जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए शनिवार को नामांकन प्रक्रिया कड़ी सुरक्षा में पूरी हो गई है। भाजपा और सपा के साथ ही दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुर्सी के लिए ताल ठोंकी है। नामांकन के दिन कलेक्ट्रेट गेट पर काफी गहमागहमी रही। भाजपा और सपा समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की। नामांकन के दौरान दोनों दलों के दिग्गज भी अपने उम्मीदवारों के साथ कलेक्ट्रेट गेट तक आए।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव के लिए शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कोर्ट में नामांकन हुए। सबसे पहले नामांकन सपा की उम्मीदवार अनीता राजवंशी ने किया। अनीता के साथ जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव, पूर्व मंत्री व विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा, एमएलसी आनंद भदौरिया, रामपाल राजवंशी, राधेश्याम जायसवाल, अनूप गुप्त, जासमीर अंसारी, जितेंद्र यादव भी कलेक्ट्रेट गेट तक साथ आए। नामांकन के लिए प्रस्तावक ही साथ गए। इसके बाद भाजपा समर्थित श्रद्धा सागर ने नामांकन किया। इनके साथ भी जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा, सांसद राजेश वर्मा, विधायक ज्ञान तिवारी, महेंद्र यादव, रामकिशन भार्गव आदि साथ में आए। इसके अलावा दो निर्दलीय चंद्रप्रभा और प्रीती सिंह रावत ने नामांकन किया।

सभी नामांकन वैध

नामांकन के लिए निर्धारित समयावधि पूरी होने के बाद नामांकन पत्रों की जांच की गई। एडीएम विनय कुमार पाठक ने बताया कि चारों नामांकन वैध हैं। अब 29 जून को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इसके बाद तीन जुलाई को मतदान और इसी दिन मतगणना होगी।

कोविड प्रोटोकाल की उड़ी धज्जियां

नामांकन के बाद लालबाग चौराहे पर भाजपा और सपा के समर्थकों को भीड़ जुट गई। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का जमकर उल्लंघन हुआ। भाजपाइयों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए। सपाइयों ने भी भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एमएलसी आनंद भदौरिया और शहर कोतवाल तेजप्रकाश सिंह के बीच बहस भी हो गई।

एमएलसी बोले, मुझे दी गई धमकी, करूंगा सदन में खुलासा

चित्र परिचय-26एसआइटी-16

एमएलसी आनंद भदौरिया ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप जड़े। कहा कि भाजपा चुनाव लड़ रही थी, साथ में सरकार भी लड़ रही थी लेकिन, अब तो पुलिस प्रशासन को भी शामिल कर लिया गया है। कहा, पुलिस-प्रशासन को क्यों पार्टी बना रहे हो। कहा, सपा की उम्मीदवार को नामांकन न करने की धमकी दी गई। जांच के नाम पर धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे भी धमकी दी गई है। मैं सदन में इसका खुलासा करूंगा कि ऐसा किसने किया।

आरोप निराधार, लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार : अचिन मेहरोत्रा

चित्र परिचय- 26एसआइटी-15

एमएलसी आनंद भदौरिया के आरोपों को भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा ने निराधार बताया। उन्होंने कहा कि वह आरोप लगा रहे थे कि सपा उम्मीदवार को नामांकन नहीं करने दिया गया। सबने देखा कि सपा उम्मीदवार ने शांतिप्रिय ढंग से आवेदन किया। सपा के नेता मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार है लेकिन, जनता सबकुछ समझती है। सपाई हार के डर से बौखला गए हैं।

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