पांच सीएचसी बनेंगी एल-1 प्लस, तैयारियां जोरों पर

मिश्रिख महोली सिधौली खैराबाद व महमूदाबाद सीएचसी में एल-1 प्लस की तैयारियां शुरू

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:10 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:10 PM (IST)
पांच सीएचसी बनेंगी एल-1 प्लस, तैयारियां जोरों पर
पांच सीएचसी बनेंगी एल-1 प्लस, तैयारियां जोरों पर

सीतापुर : कोविड की संभावित तीसरी लहर के लिए मिश्रिख, महोली, सिधौली, खैराबाद व महमूदाबाद सीएचसी अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। इनमें पीडियाट्रिक वार्ड बनाए जा रहे हैं।

सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया, पीडियाट्रिक वार्ड में बच्चों वाले बेड उप्र मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन देगा। इस संबंध में शासन स्तर से तय हो गया है। कारपोरेशन के अधिकारियों ने एल-1 प्लस वाले प्रत्येक सीएचसी पर 10-10 बेड देने को कहा है। उम्मीद है ये बेड जल्द ही संबंधित सीएचसी पर प्राप्त हो जाएंगे। सीएमओ ने बताया, मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ने पीडियाट्रिक वार्डों मे बेड से लेकर अन्य सब तरह के जरूरत का सामान देने का कहा है। इसमें बेडों के साथ ही बेड के साइड वाले लॉकर, गद्दे, ऑक्सीजन के लिए सी-पाइप, फेस मास्क आदि जरूरी सामान शामिल रहेगा। सीएमओ ने बताया, जिन सीएचसी में तीसरी लहर के लिए एल-1 प्लस स्तर का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है। उनके अधीक्षकों से कहा गया है कि वह अस्पताल में मरम्मत संबंधी कार्य समय रहते पूरे कर लें। अस्पताल भवन का रंग-रोंगन और बेडों की मरम्मत करा लें।

खैराबाद में बेड-टू-बेड पड़ रही ऑक्सीजन पाइप लाइन

इन दिनों सीएचसी खैराबाद में कोविड की तीसरी लहर की तैयारियां जोरों पर हैं। यह सीएचसी एल-2 कोविड अस्पताल है। अधीक्षक डॉ. रमाशंकर यादव ने बताया, अस्पताल भवन की दूसरी मंजिल पर कोरोना वार्ड है। इसमें 30 बेड हैं। इस वार्ड में 20 और बेड बढ़ाने की बात चल रही है। फिलहाल, अभी 30 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। ऑक्सीजन पाइप लाइन बेड-टू-बेड बिछाई जा रही है। वैसे यहां अभी ऑक्सीजन प्लांट लगने का काम शुरू नहीं हुआ है। जवाहर चीनी मिल के अधिकारी कुछ दिन पहले आए थे। प्लांट स्थापना के लिए मौका मुआयना कर गए थे। अधीक्षक ने बताया, इस दौरान उनके अस्पताल में मरम्मत कार्य चल रहा है। अस्पताल के बाहरी हिस्से में रंगाई-पोताई हो चुकी है। अस्पताल के अंदर की दीवारों व छत की रंगाई-पोताई का काम मरम्मत के बाद पूरा कराया जाएगा। अस्पताल में मौजूद बेडों और फर्नीचर का रंग-रोंगन हो गया है। कुछ एक बेड गड़बड़ थे तो उनकी मरम्मत करा ली गई है।

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