समितियों पर नहीं खाद, यहां से वहां भटक रहे किसान
गोंदलामऊ व पहला ब्लाक की समितियों पर किसानों को नहीं मिल रही खाद किसी समिति पर एक तो किसी समिति पर छह महीने से नहीं आया उर्वरक
सीतापुर : मौसम की मेहरबानी से फसलों की सिचाई तो गई, लेकिन समितियों पर खाद की कमी किसानों की समस्या बन गई है। खाद के लिए किसानों को यहां से वहां भटकना पड़ रहा है।
गोंदलामऊ : संदना कस्बे की सहकारी समिति में फरवरी में यूरिया आई थी। बिक्री हो जाने के बाद अब यहां किसानों को खाद नहीं मिल रही। समिति प्रभारी जगदीश यादव ने बताया कि, फरवरी के बाद से समिति में खाद नहीं आई। सहकारी गन्ना विकास समिति रामगढ़ में किसानों को खाद नहीं मिल रही। बताया गया कि, करीब एक माह पहले 500 बोरी खाद आई थी, उसके बाद से नहीं आई। भगौती प्रसाद मिश्रा, दिनेश पाल, मुकेश अर्कवंशी आदि ने कहा कि, समिति पर खाद न मिलने के चलते निजी दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
सरैंया : पहला ब्लाक इलाके की समितियों पर भी किसानों को खाद नहीं मिल रही है। गांव पहला में बनी साधन सहकारी समिति सिकंद्राबाद में करीब सात माह से कोई उर्वरक नहीं है। किसान समिति पर जाते हैं और खाद नहीं का जवाब सुन वापस आ जाते हैं। गांव जसमंडा निवासी किसान राजेश कुमार ने बताया कि, यहां साधन सहकारी समिति में लगभग छह माह से खाद नहीं है। गांव भगियापुर में बनी साधन सहकारी समिति शेषपुर बिलौली में एक महीने से खाद नहीं है। सचिव सुशील कुमार ने बताया कि मेरे पास दो समितियों का प्रभार है। शंकरपुर समिति में उर्वरक मौजूद है। एक दो दिन में शेषपुर समिति में भी यूरिया उपलब्ध हो जाएगी। साधन सहकारी समिति अकबापुर में भी यूरिया नहीं है। एडीओ सहकारिता अशोक कुमार ने बताया कि ब्लाक की 11 समितियों में व्यवसाय हो रहा है। जहां उर्वरक नहीं है वहां जल्द ही उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।