लीड::सिधौली में मंडी बने तो चमके किसानों की किस्मत

चंद्र किशोर पांडेय संजय सिधौली (सीतापुर) सिधौली कस्बे में मंडी निर्माण आज तक न होना कि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 10:44 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:44 PM (IST)
लीड::सिधौली में मंडी बने तो चमके किसानों की किस्मत
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चंद्र किशोर पांडेय संजय, सिधौली (सीतापुर) :

सिधौली कस्बे में मंडी निर्माण आज तक न होना किसानों की उपेक्षा को ही दर्शाता है। इससे किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य नहीं मिल पा रहा। इसका फायदा उठाकर स्थानीय व्यापारी व बिचौलिया आधी दर पर किसानों की उपज खरीद लेते हैं। मंडी बन जाए तो किसानों की उपज एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीदी जाएगी। मंडी समिति का कार्यालय था, किसानों के लिए अन्य कोई सुविधाएं नहीं थीं। मंडी निर्माण की मांग जोर पकड़ी तो प्रशासन ने भूमि की तलाश शुरू की। कई जमीनें देखीं गई, अंतिम मुहर नहीं लग सकी। इस कारण मजबूर किसान बिचौलियों को सस्ती दर पर उपज बेंच देते हैं। जिला मुख्यालय मंडी जाने का विकल्प है। लेकिन जिले की दूरी यहां से 40 किलोमीटर है। वहां तक उपज ले जाने में खर्च अधिक है। ऐसे में किसान खुले बाजार में सस्ती दर पर उपज बेंच देते हैं।

जमीन मिली तो धन का फंसा पेंच

गड़िया हसनपुर में 7.30 हेक्टेयर भूमि मंडी निर्माण के लिए चयनित हुई थी। प्रशासन ने इस जमीन की कीमत 25 करोड़ आंकी। बजट से अधिक बताकर अधिकारियों ने दूसरी जगह जमीन चिह्रित करने के लिए कहा। फिर मामला ठंडे बस्ते में चला गया। तीन कर्मचारी तैनात

मंडी समिति कार्यालय किराये के भवन में चल रहा है। नौ हजार रुपये प्रतिमाह किराया है। पहले कई कर्मचारी कार्यरत थे। कार्यालय में वर्तमान समय में तीन कर्मचारी तैनात हैं। 82588 किसान

82588 किसान सिधौली तहसील में हैं। यह किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से लाभान्वित हो रहे हैं।

चित्र-25एसआइटी06-

मंडी न होने से खुले बाजार में अनाज सस्ता बिकता है। जिले की मंडी जाए तो खर्च अधिक आएगा। यहां मंडी बन जाए तो एमएसपी पर अनाज बिकेगा तो अच्छा भाव मिलेगा।

ओम प्रकाश, किसान चित्र-25एसआइटी08-

यहां मंडी की कोई सुविधा नहीं है। मजबूरी में किसान खुले बाजार में अनाज आधे भाव में बेंचता है। गेहूं 1500 और धान 1100 रुपये में स्थानीय व्यापारी खरीदते हैं।

बराती, किसान वर्जन-

पहले मंडी स्थल के लिए भूमि देखी गई थी, किसी कारण अंतिम निर्णय नहीं हो सका। जमीन खोजी जा रही है। राजस्व कर्मियों से रिपोर्ट मिलने के बाद प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

अशोक कुमार, एसडीएम सिधौली

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