किसानों ने मंडी गेट पर जड़ा ताला, प्रदर्शन

सरकारी धान खरीद शुरू न होने और मंडी में धान मूल्य कमजोर होने से सोमवार को किसान उग्र हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने सुबह 10 बजे मंडी गेट पर ताला जड़ दिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:24 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:24 PM (IST)
किसानों ने मंडी गेट पर जड़ा ताला, प्रदर्शन
किसानों ने मंडी गेट पर जड़ा ताला, प्रदर्शन

सीतापुर : सरकारी धान खरीद शुरू न होने और मंडी में धान मूल्य कमजोर होने से सोमवार को किसान उग्र हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने सुबह 10 बजे मंडी गेट पर ताला जड़ दिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। व्यापारियों-किसानों के बीच वार्ता के बाद दोपहर ढाई बजे मंडी गेट खुला। इस तरह साढ़े पांच घंटे तक मंडी में कोई भी वाहन प्रवेश नहीं कर सका। इस दौरान मंडी गेट पर हाईवे वन-वे रहा। एक साइड में लंबा जाम लगा रहा। इसमें धान लेकर मंडी आने वाले किसान भी ट्रैक्टर-ट्राली के साथ फंसे रहे। यातायात पूरी तरह से बाधित रहा और लोग परेशान रहे।

12.53 बजे मंडी सचिव देवेंद्र प्रताप सिंह ने एसडीएम सदर को फोन कर स्थिति की जानकारी दी। इसके बाद मंडी सचिव व डिप्टी आरएमओ अरविद दुबे ने आढ़तियों व मिलर को बुलाकर किसानों से धान मूल्य को लेकर वार्ता कराई। काफी देर तक चली वार्ता में व्यापारी मूल्य न बढ़ाने को लेकर अपनी समस्याएं गिनाते रहे। भरोसा दिया, दीपावली तक धान का मूल्य 1500 रुपये तक हो जाएगा। इसके बाद दोपहर ढाई बजे मंडी गेट पर किसानों का प्रदर्शन बंद हुआ। संयुक्त किसान मोर्चा नेता शिव प्रकाश सिंह ने बताया, मंडी में धान यदि 1300 से नीचे बिका तो फिर ताला बंदी करेंगे। व्यापारी बोले.. आढ़ती आलोक गुप्ता और मिलर आलोक अग्रवाल व अभिषेक अग्रवाल ने कहा, गैर राज्यों में उनके धान की सप्लाई नहीं जा पा रही है। इसलिए भाव बढ़ाना उनके लिए मुश्किल है।

1300 के नीचे नहीं बिकेगा धान

मंडी सचिव देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, आढ़तियों-किसानों के बीच वार्ता सफल हुई है। अब मंडी में 1300 रुपये के भाव से नीचे धान नहीं बिकेगा। यदि धान सूखा है तो 1500 रुपये तक बिकेगा। डिप्टी आरएमओ अरविद दुबे ने बताया, मंडी में धान की दो ढेरियां 1450 रुपये के भाव में बिकवाई हैं।

किसानों की दिक्कतें..

खैराबाद के बन्नी शाहपुर के सूरज सिंह को 150 क्विंटल धान बेचना है। सरकारी खरीद न होने से मंडी में भाव बहुत कमजोर है। इसलिए प्रदर्शन में हम भी हिस्सेदारी कर रहे हैं। बढि़या धान है, आढ़ती 1300 रुपये का भाव लगा रहे हैं। पिसावां के प्रेम प्रकाश यादव ने कहा, सुबह नौ बजे एक ट्राली धान लेकर मंडी आए थे, पर यहां गेट बंद है। इसलिए जाम में फंसा हूं।

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