हापुड़ डिपो : भाड़ा 917 रुपये वसूलते मिले 920 रुपये

परिवहन निगम की बसों पर चालक-परिचालक यात्रियों से

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:41 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:41 PM (IST)
हापुड़ डिपो : भाड़ा 917 रुपये वसूलते मिले 920 रुपये
हापुड़ डिपो : भाड़ा 917 रुपये वसूलते मिले 920 रुपये

सीतापुर : परिवहन निगम की बसों पर चालक-परिचालक यात्रियों से मनमानी कर रहे हैं। ये आरोप एक बार फिर सही साबित हुआ है। इसकी पुष्टि कोई और नहीं बल्कि, खुद एआरएम राकेश कुमार ने की है। दरअसल, बस अड्डा पर आने से एतराज करने वाली लंबे रूट की बसों को पकड़ने को रविवार रात एआरएम अपनी टीम के साथ हाईवे पर चेकिग कर रहे थे।

इसी बीच रात में खैराबाद टोल प्लाजा के आगे धरैंचा चौराहे के पास से परिवहन निगम की एक बस गुजर रही थी। एआरएम ने उसे रोका, और बस के संचालन के संबंध में विधिवत छानबीन की। यह बस गाजियाबाद परिक्षेत्र में हापुड़ डिपो की थी। आजमगढ़ से कौशांबी जा रही थी। बस में चालक उमेश कुमार व संजय कुमार थे। परिचालक अजय पांडेय थे। बस में कुल 52 यात्री सवार थे। इसमें कप्तानगंज से कौशांबी के 13 यात्री थे। इन 13 यात्रियों के पास मौजूद टिकट भी देखे। इन यात्रा टिकट पर भाड़ा 920 रुपये लिखा था। यही नहीं, परिचालक के पास किराया-भाड़ा की दो सीटें (फार्मेट) मिलीं। इसमें एक फर्जी थी तो एक असली। असली सीट पर प्रति यात्री किराया 917 रुपये दर्शाया गया था, जबकि दूसरी फर्जी वाली सीट पर किराया प्रति यात्री 920 रुपये अंकित था। इसमें एआरएम ने परिचालक से दोनों सीटें जब्त कर ली हैं। मुआयने के बाद ये बातें खुद एआरएम राकेश कुमार ने पुष्ट की हैं। चेकिग के दौरान एआरएम के साथ टीआइ संतोष कुमार व स्वपनल दीक्षित भी थे। अनुबंधित बस के पीछे प्लेट पर नंबर तक नहीं मिला

कैसरबाग डिपो की अनुबंधित एक बस आई। यह सीतापुर से लखनऊ जा रही थी। एआरएम व उनकी टीम ने इसे भी रोका। एआरएम ने बताया, इस बस में सीटों की स्थिति काफी खराब पाई गई हैं। बस के पीछे नंबर प्लेट भी नहीं लगी थी। इस बस के चालक-परिचालक के विरुद्ध लिखापढ़ी की है। -------------

हापुड़ डिपो की रोडवेज बस में निर्धारित किराया से अधिक रुपये यात्रियों से वसूलने के मामले में हमने हरदोई परिक्षेत्र के प्रबंधक एमके त्रिवेदी को रिपोर्ट भेजी है। कैसरबाग डिपो की बस में चेकिग के दौरान जो अनियमितताएं मिली हैं, उनके संबंध में भी लिखापढ़ी की है।

- राकेश कुमार, एआरएम-सीतापुर डिपो

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