ई-स्टांप से आसान हुई राह, मगर कुछ दिक्कतें बरकार

- बैंकों से जारी किया जा रहा है ई-स्टांप -क्रेता को खर्च करना पड़ता है अधिक समय।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:18 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:18 PM (IST)
ई-स्टांप से आसान हुई राह, मगर कुछ दिक्कतें बरकार
ई-स्टांप से आसान हुई राह, मगर कुछ दिक्कतें बरकार

सीतापुर : ई-स्टांप ने रजिस्ट्री व अन्य कामों को आसान तो किया है। अभी कुछ बाधाएं भी हैं। स्टांप छपाई, ढुलाई आदि खर्चे कम हुए हैं, लेकिन लोगों को ई-स्टांप के लिए समय अधिक खर्च करना पड़ रहा है। बैंकों से ई-स्टांप लेने में उन्हें दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। हालांकि, ई-स्टांप से अन्य कई दिक्कतों से निजात भी मिल गई है।

ई-स्टांपिग को सुरक्षित भी माना जा रहा है। इस व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए स्टांप विक्रताओं में से इच्छुक विक्रेताओं को एसीसी (प्राधिकृत संग्रह केंद्र)बनाया जा रहा है। जिससे उनके काम को गति मिल रही है। प्रदेश में अब तक 830 से अधिक स्टांप विक्रेताओं को एसीसी बनाया जा चुका है। स्टेट बैंक आफ इंडिया व अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाओं की ओर से ई-स्टांप जारी किया जा रहा है। रजिस्ट्री कराने वाला या अन्य कोई भी व्यक्ति जो स्टांप खरीदना चाहता है, वह ई-स्टांपिग के जरिए अपना काम आसान बना सकता है। रजिस्ट्रार सुप्रशांत दुबे का कहना है कि, जिले में ई-स्टांपिग हो रही है। लोग इसका उपयोग भी कर रहे हैं।

स्टॉक कार्यालय खुले तो बात बने

ई-स्टांप व्यवस्था बैंको के जरिए होने से लोगों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनका पूरा दिन, इस प्रक्रिया में चला जाता है। क्योंकि बैंक अपने प्राथमिक कामों पर अधिक जोर देता है और जमीन रजिस्ट्री के काम में समय का महत्व अधिक होता है। अगर जिला मुख्यालय पर स्टॉक होल्डिग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का कार्यालय खुल जाए तो, ये व्यवस्था और सुलभ हो जाएगी। जमीन क्रेता को स्टांप आसानी से मिलेगा। स्टांप विक्रेताओं की दिक्कतें भी कम हो जाएंगी।

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