नशे में धुत बाइक सवारों ने बिजली मिस्त्री को मारी टक्कर, मौत

तीन भाइयों में सबसे छोटा था संतोष नहीं थे बचे परिवार में थीं बुजुर्ग मां व पत्नी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 11:38 PM (IST)
नशे में धुत बाइक सवारों ने बिजली मिस्त्री को मारी टक्कर, मौत
नशे में धुत बाइक सवारों ने बिजली मिस्त्री को मारी टक्कर, मौत

सीतापुर : कस्बे में हाईवे पर शनिवार रात साढ़े नौ बजे के दौरान बाइक सवार ने पैदल जा रहे बिजली मिस्त्री को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पलटने से चालक भी घायल हो गया, जबकि बाइक की सीट पर पीछे बैठा साथी सुरक्षित है। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान घायल बिजली मिस्त्री संतोष की रविवार सुबह मौत हो गई।

घटना मछरेहटा मोड़ के पास हुई। संतोष चौधरी लखनऊ तरफ हाईवे के पुल के छोर पर सामने से किराना स्टोर से परचून सामान लेकर पैदल रोड क्रास कर रहा था। सीतापुर की तरफ से आ रहे बाइक सवार ने उसे टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक सवार दोनों युवक शराब के नशे में थे। इनकी बाइक की गति इतनी अधिक थी कि हादसे के बाद करीब 20-25 मीटर तक बाइक रोड पर घिसटती चली गई। आसपास मौजूद लोगों ने दौड़कर बाइक सवार दोनों युवकों और टक्कर से घायल संतोष चौधरी को संभाला। बाइक सवार युवकों में से एक और संतोष चौधरी के घायल होने पर मददगारों ने एंबुलेंस को काल की। एंबुलेंस आने में देर होने के कारण संतोष चौधरी की बिगड़ती हालत देख ग्रामीण शैलेंद्र गुप्त ने अपनी कार से संतोष को रात में ही जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया। उधर, एंबुलेंस से घायल बाइक चालकको लाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें रविवार सुबह इलाज के दौरान संतोष चौधरी की मौत हो गई। वह करीब 30 वर्ष का था।

बाइक नंबर के आधार पर लिखा मुकदमा

घटना कमलापुर थाना क्षेत्र की है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया, हादसे में मृतक संतोष चौधरी के बड़े भाई खट्टू ने बाइक नंबर के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा लिखाया है। बाइक सवारों ने संतोष को पीछे से ठोकर मारी है। बाइक को बरामद कर लिया गया है।

बेटे की मौत पर दहाड़ कर रो रही थी मां

तीन भाइयों में सबसे छोटे संतोष की बुजुर्ग मां उन्हीं के पास रहती थीं। उसकी 13 साल पहले शादी हुई थी। अभी उसकी पत्नी को कोई संतान नहीं थी। संतोष बिजली मिस्त्री था। वह वायरिग कार्य कर घर का खर्च चलता था। चूंकि उसके पास खेती न के बराबर थी।

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