समूह से वृद्ध महिलाएं भी बनेंगी सशक्त
दिव्यांगजन व वृद्ध महिला समूह गठन में टॉप पर है सीतापुर
सीतापुर :अब 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं भी समाज की मुख्यधारा में स्थान हासिल कर सकेंगी। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा और आर्थिक रूप से भी सशक्त होंगी। इन महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में स्थान स्वयं सहायता समूह के जरिए मिलेगा। वृद्ध महिला समूह के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल भी शुरू हो गई। जिले में वृद्ध महिला समूहों का गठन तेज गति से हो रहा है। डीसी एनआरएलएम महेंद्र प्रताप यादव ने बताया कि, इन समूहों के सदस्यों को उनकी आवश्यकता के सापेक्ष योजनाओं का लाभ दिलाना ही उद्देश्य है।
वृद्ध महिला समूह गठन में प्रदेश में पहले स्थान पर है जिला
एनआरएलएम के जिला मिशन प्रबंधक मृगांक शेखर उपाध्याय के मुताबिक वृद्ध महिला समूह गठन में सीतापुर, प्रदेश में पहले स्थान पर है। जिले को 140 समूह गठित करने का लक्ष्य मिला था, इसके सापेक्ष जिले में 152 वृद्ध महिला समूह गठित किए जा चुके हैं। इस समूह में 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को शामिल किया जाता है। समूह में कम से कम पांच महिलाओं का होना आवश्यक है।
दिव्यांगजन समूह गठन में भी अव्वल है जिला
दिव्यांगजनों के समूह गठन में भी जिला टॉप पर है। जिले को आवंटित लक्ष्य से अधिक दिव्यांगजन समूह गठित किए जा चुके हैं। समूह से जुड़े दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। जिले 85 दिव्यांगजन समूह गठित किए जा चुके हैं।
समूह से मिलेगा यह लाभ
- वृद्ध महिलाओं व दिव्यांगजनों को जरूरत के मुताबिक रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इन समूहों को भी 2500 का स्टार्टअप व 15 हजार का रिवाल्विग फंड दिया जाएगा।
- समूह के सदस्यों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
- वृद्ध महिला व दिव्यांगजन समूह भी ग्राम संगठन से जोड़े जाएंगे।
आंकड़ो में वृद्ध महिला व दिव्यांगजन समूह
- 19 ब्लाक है जिले में
- 140 वृद्ध महिला समूह का लक्ष्य मिला
- 152 समूह गठित किए गए अब तक
- 40 दिव्यांगजन समूह के लक्ष्य मिला था
- 85 दिव्यांगजन समूह गठित हो चुके हैं
- 26 समूहों के खाते खुल चुके हैं ( वृद्ध महिला व दिव्यांग)
वर्जन
वृद्ध महिला व दिव्यांगजन समूह गठन में हम पहले स्थान पर हैं। इन समूहों का मकसद वृद्ध महिलाओं व दिव्यांगजन को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।
- महेंद्र प्रताप यादव, डीसी एनआरएलएम