पूजे गए देवाधिदेव, भक्तों ने बाबा से की मंगल कामना

सावन के पहले सोमवार को प्रमुख शिव मंदिरों के कपाट रहे बंद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:42 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:42 AM (IST)
पूजे गए देवाधिदेव, भक्तों ने बाबा से की मंगल कामना
पूजे गए देवाधिदेव, भक्तों ने बाबा से की मंगल कामना

सीतापुर: सावन के पहले सोमवार को जिलेभर में देवाधिदेव महादेव की श्रद्धा विश्वास के साथ पूजा अर्चना हुई। कोविड प्रोटोकाल के चलते भले ही जिले के प्रमुख शिव मंदिरों के कपाट बंद रहे, लेकिन महादेव के भक्तों ने घरों व आसपास के मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना की। घर पर ही नर्मदेश्वर, पारद व पार्थिव शिव लिग का गंगाजल, दूध, दही, शहद से अभिषेक किया। उसके बाद चंदन, अक्षत, बेलपत्र, पुष्प, भांग, धतूरा, फल चढ़ाते हुए बाबा भोलेनाथ का श्रृंगार किया। भोग, आरती करते हुए प्रसाद वितरित किया। नैमिषारण्य के देवदेवेश्वर, ललितेश्वर, भूतेश्वर मंदिर, हरगांव का गौरी शंकर मंदिर बंद रहा। बहुत भक्तों ने घरों पर राम चरितमानस का पाठ व ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप कराया।

मंदिरों के कपाट रहे बंद

वैसे तो श्यामनाथ, जंगलीनाथ मंदिर कमेटी के सदस्यों ने कोविड प्रोटोकाल के ²ष्टिगत तैयारी कर ली थी। मंदिर के गर्भगृह में भक्त न पहुंचे इसके लिए बाहर से ही टिन की ट्रे लगा दी गई थी। इस ट्रे में भक्तगण गंगा जल सहित अन्य पूजन सामग्री डालते तो वहां तक आसानी से पहुंच जाती। देर शाम मंदिर कमेटी के सदस्यों ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुए कपाट बंद कर दिए। मंदिर कमेटी की ओर से रात्रि में ही रिक्शा चलाकर सूचना प्रसारित करा दी गई थी। सूचना प्रसारित होने से लोग मंदिरों में नहीं पहुंचे, लेकिन उनके मन में कहीं न कहीं इस बात का मलाल जरूर रहा कि उनको दर्शन पूजन का अवसर नहीं मिला। बड़े मंदिर बंद होने से शहर के गली मुहल्लों में स्थित शिवालयों में भक्तों की भीड़ लग गई। हालांकि इंतजाम न होने के कारण यहां कोविड नियम का पालन नहीं होते दिखा।

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