खतरे की घड़ी, पुलिस आई तो सन्नाटा, जाते ही उमड़ी भीड़
जिला मुख्यालय पर बाजार में भीड़ की वजह से उड़ी कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां
सीतापुर : कोरोना का ग्राफ भले ही गिर गया हो लेकिन, हमें अपना ख्याल तो रखना ही होगा। अनलाक के दूसरे दिन बाजार में कोरोना प्रोटोकाल की जमकर अनदेखी की गई। पुलिस भी बेहाल नजर आई। एक पल को फोर्स पहुंचा तो कुछ देर के लिए सन्नाटा जरूर हो गया लेकिन, जैसे ही पुलिसकर्मी कम पड़े फिर भीड़भाड़ बढ़ गई। दुकानों पर भी लोग बगैर मास्क के नजर आए। टोकाटाकी जरूर हुई लेकिन, सब बेअसर नजर आया। ऐसे में इतना तो स्पष्ट है कि ये खतरे की घंटी बजने जैसा ही है।
एक जून से शासन के निर्देश के बाद कोरोना कर्फ्यू में ढील दी गई है। इसके बाद लोगों की भीड़ बाजार में देखने को मिल रही है। लोग बेपरवाह नजर आ रहे हैं, बाजार में दुकानों के साथ सड़क पर भी लोग बेफिक्र होकर निकल रहे हैं। बुधवार दोपहर भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को ही मोर्चा संभालना पड़ा। करीब एक बजे बाजार में कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ रहीं थीं। इसके बाद शहर कोतवाल तेजप्रकाश सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। बड़े अधिकारियों के मुआयने का एनाउंस किया गया, इसके बाद स्थिति काबू में पाई। कुछ देर तो हालात सामान्य रहे। पुलिस फोर्स भी चली गई। पुलिस के जाते ही एक बार फिर बाजार में फिर वही स्थितियां हो गईं।
मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ेगी..
कोतवाल लोगों को समझा रहे थे कि अनावश्यक रूप से कोई भी घर से बाहर न निकलें। अगर जरूरी हो तो मास्क को सही ढंग से पहनें। इसके अलावा दो गज की दूरी का भी ख्याल रखें। इस पर कोई असर नहीं दिखा तो कार्रवाई का भी अल्टीमेटम दिया गया। कहा, भीड़ कम न हुई तो हम लोगों को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ेगी। चालान काटा जाएगा।
मास्क लगाएं, वही पाएं प्रवेश
सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्रा ने बताया कि सभी दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोरोना प्रोटोकाल की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दुकान के अंदर उन्हीं को प्रवेश दें, जो मास्क को सही ढंग से लगाकर आएं। यह भी ख्याल रखा जाए कि शारीरिक दूरी का भी कोरम बना रहा है। अगर अनदेखी की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दुकानों के सामने बनवाएं गोले : एसपी
बुधवार की शाम एसपी आरपी सिंह ने बाजार का जायजा लिया। लालबाग चौराहे पर सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह व कोतवाल तेज प्रकाश सिंह को निर्देश दिया कि दुकानों के आगे गोले बनवाए जाएं। व्यापारियों से संवाद कर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।