1.50 करोड़ की गोशाला में ताला, सड़कों पर गोवंशों का डेरा

खैराबाद कस्बे के मुहल्ला हटौरा में बनी है गोशाला निर्माण पूरा होने के बावजूद अब तक शुरू नहीं हुआ संचालन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 11:32 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 11:59 PM (IST)
1.50 करोड़ की गोशाला में ताला, सड़कों पर गोवंशों का डेरा
1.50 करोड़ की गोशाला में ताला, सड़कों पर गोवंशों का डेरा

सीतापुर : सड़कों पर घूमते बेसहारा गोवंशों को सहारे की जरूरत है और 1.50 करोड़ से बनी गोशाला में ताला लगा है। पालिका के जिम्मेदारों की अनदेखी का आलम यह है कि, करोड़ों से बनी गोशाला का संचालन शुरू नहीं करा सके। गोशाला का संचालन होने की वजह बायो गैस प्लांट का काम अधूरा होना बताया जा रहा है। वहीं रखरखाव के अभाव में गोशाला बदहाल हो रही है। गोशाला में लगा भूसा भी खराब हो रहा है। यह गोशाला खैराबाद कस्बे के मुहल्ला हटौरा में बनी है। गोशाला का भवन बन गया है लेकिन गेट में ताला लगा हुआ है।

सड़कों और कार्यालयों के पास घूमते गोवंश

हाल यह है कि, करोड़ो से बनी गोशाला शोपीस बनी है और बेसहारा गोवंश कस्बे की सड़कों व सरकारी कार्यालयों के डेरा जमाए नजर आते हैं। ब्लाक कार्यालय, एआरटीओ कार्यालय, अस्पताल व मंदिरों के समीप बेसहारा गोवंश घूमते रहते हैं। कस्बे के सभी मुहल्लों में भी गोवंशों की चहलकदमी रहती है। बेसहारा जानवर गंदगी तो फैलाते ही है, राहगीरों को चोटिल भी कर देते हैं।

हाईवे के सफर को बनाते खतरनाक

बेसहारा गोवंश लखनऊ-सीतापुर नेशनल हाइवे पर भी घूमते रहते हैं। खैराबाद चुंगी के आगे व सीतापुर की ओर हाइवे पर बेसहारा गोवंश देखे जा सकते हैं। शाम के समय हाइवे पर खड़े होने वाले गोवंश सफर को खतरनाक बना देते हैं।

2020 में शुरू हुआ था गोशाला निर्माण

कस्बे के हटौरा मुहल्ले में बनी गोशाला का निर्माण वर्ष 2020 जुलाई में शुरू हुआ था। निर्माण पूरा हुए कई महीने हो चुके हैं। गोशाला में अब तक ताला लगा है। देखरेख के अभाव में गोशाला का प्राक्कलन बोर्ड गायब हो चुका है। गोशाला में टीनशेड, भूसा स्टोर, पेयजल के इंतजाम गए हैं। भवन पूरी तरह तैयार है, लेकिन गोवंश सरंक्षित नहीं किए गए।

बोले ईओ- बाकी है थोड़ा काम

नगरपालिका खैराबाद इओ हृदयानंद उपाध्याय ने गोशाला संचालन न होने के सम्बंध में अलग ही तर्क दिया। उनका कहना है कि, गोशाला करीब 1.50 करोड़ से बनी है। टीनशेड व अन्य व्यवस्थाएं हो चुकी है। गोशाला में डॉक्टर रूम बनना है। बायोगैस प्लांट निर्माण रह गया है। कुछ तकनीकी कारणों के चलते गोशाला का संचालन नही किया जा सका है। जल्द ही गोशाला संचालित कर दी जाएगी।

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