कोरोना ने पढ़ाया पीपल और नीम की उपयोगिता का पाठ
पीपल बरगद और नीम का पौधा रोपने लगे लोग इंटरनेट मीडिया पर भी चला जागरूकता अभियान
जितेंद्र अवस्थी, सीतापुर :
हमारे पुरखे, पेड़ों को परिवार की तरह मानकर उनकी परवरिश करते थे। कुछ ऐसे पेड़ जो सीधे जीवन से जुड़े थे, उनमें हर वक्त आक्सीजन देने वाले पीपल-बरगद व नीम समेत कई अन्य प्रजातियों के पौधों को श्रद्धा भाव से पूजते थे। शायद उन्हें जीवन में पौधों का महत्व पता था, लेकिन समय बदला और लोग पेड़-पौधों के महत्व को भूलने लगे। पौधारोपण और उनका संरक्षण कार्यक्रमों तक ही सीमित होने लगा। धार्मिक महत्व पर भी सवाल होने लगे, लेकिन कोरोना ने लोगों को पेड़-पौधों का महत्व बखूबी समझा दिया है। कोविड की दूसरी लहर में लोग पीपल-बरगद और नीम के पौधे रोपित करते देखे गए। कई लोगों ने तो अन्य को प्रेरित करने के लिए पौधारोपण की तस्वीरें भी इंटरनेट मीडिया पर साझा की।
इन गांवों के अधिकांश घरों के सामने है नीम
पहला ब्लाक के सिकंदराबाद गांव में अधिकांश घरों के सामने नीम का पेड़ है। गांव में नीम के पेड़ों की संख्या 100 से अधिक है। रेउसा ब्लाक के सिकौहा गांव में भी 100 से अधिक नीम के पेड़ लगे हैं। मिश्रिख इलाके के औरंगाबाद में नीम के पेड़ों की संख्या 200 से अधिक है।
पीपल की राहतभरी छांव और नीम बनी दवा
जब आक्सीजन की कमी हुई और सांसें टूटने लगी, तो लोगों को प्राणवायु देने वाले पौधों की सुध आई। गांवों में लगी नीम दवा बन गई। पत्तियों का काढ़ा पीकर लोगों ने मौसमी बीमारियों से निजात पाई। पत्तियों को सुलगाकर मच्छरों व अन्य कीट-पतंगों से निजात मिली।
संस्था ने ग्रामीणों को पढ़ाया पौधारोपण का पाठ
राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून एवं अपराध नियंत्रण संस्था ने पहला ब्लाक इलाके के गांवों में जागरूकता अभियान चलाया। ग्रामीणों को पीपल, नीम व बरगद के पौधे लगाने का पाठ पढ़ाया गया।
पौधारोपण प्लान में भी पीपल और नीम
वन विभाग के पौधारोपण अभियान में भी पीपल, नीम और बरगद को महत्च दिया गया है। जिले में 95 हजार से अधिक नीम के पौधे रोपे जाएंगे। नौ हजार पीपल और बरगद के पांच हजार से अधिक पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है।
रोपे जाएंगे पौधे, होगी प्रतियोगिता
पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को शहर के इलसिया पार्क सहित सभी वन रेंज कार्यालयों में पौधारोपण होगा। पर्यावरण संरक्षण विषय पर आनलाइन प्रतियोगिता भी कराई जाएगी। डीएफओ रुस्तम परवेज ने बताया कि, पौधारोपण के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।