चक्रतीर्थ व अन्य प्रवेश द्वार होंगे और सुंदर, बनेगा कारीडोर

1820 लाख रुपये से नैमिष में होंगे विकास कार्य 910 करोड़ रुपये कार्यदायी संस्था को मिले

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:43 PM (IST)
चक्रतीर्थ व अन्य प्रवेश द्वार होंगे और सुंदर, बनेगा कारीडोर
चक्रतीर्थ व अन्य प्रवेश द्वार होंगे और सुंदर, बनेगा कारीडोर

सीतापुर : नैमिषारण्य में विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार ने खजाना खोल दिया है। चक्रतीर्थ को सजाने और मंडप हाल बनाने के लिए 18.20 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की है। चक्रतीर्थ के सभी छह द्वारों का सजाया जाएगा और कारीडोर बनेगा। इस कार्य का जिम्मेदारी उप्र राजकीय निर्माण निगम की यूनिट-12 को मिली है। राजघाट पर मंडप हाल कार्य का जिम्मा उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन यूनिट-14 को मिला है। संबंधित कार्यों के लिए शासन ने दोनों कार्यदायी संस्थाओं को कुल 9.10 करोड़ रुपये पहली किस्त में दे भी दिए हैं।

चक्रतीर्थ व राजघाट पर जल्द ही शुरू होंगे कार्य

राजकीय निर्माण निगम यूनिट-12 के परियोजना प्रबंधक आरके गुप्ता ने बताया, चक्रतीर्थ को और सुंदर बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने स्वीकृति दी है। 973 लाख रुपये की कार्ययोजना पास हुई है। इसमें पहली किस्त में करीब पांच करोड़ रुपये भी मिल गए हैं। चक्रतीर्थ के मुख्य व अन्य प्रवेश द्वारों को कारीडोर के रूप में विकसित करेगा। उन्होंने बताया, टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर जल्द ही तीर्थ पर कार्य शुरू कराए जाएंगे। उधर, उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन यूनिट-14 के परियोजना प्रबंधक अरविद कुमार ने बताया, नैमिषारण्य में राजघाट के पास 877 वर्ग फुट क्षेत्र में में मंडप हाल, दुकानें और पड़ोस में महिला-पुरुष शौचालय बनाया जाएगा। राजघाट पर स्टेप बनेंगे। टेंडर प्रक्रिया पूरी कर अगले महीने तक कार्य शुरू कराए जाएंगे। इन कार्यों के लिए 846.90 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। इसमें पहली किस्त के 423.45 लाख रुपये मिले हैं।

चक्रतीर्थ पर बिजली की वैकल्पिक सुविधा नहीं

चक्रतीर्थ के पुजारी राजनरायन पांडेय ने बताया, नैमिष चक्रतीर्थ पर होने वाले विकास कार्यों का आम श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। चक्रतीर्थ के प्रमुख द्वार समेत कुल छह द्वार हैं। चक्रतीर्थ पर हर शाम को 7.30 बजे चक्रतीर्थ पर अष्टकोणीय महाआरती होती है। बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है।

चक्रतीर्थ पर इन कार्यों की भी है जरूरत

- चक्रतीर्थ के प्रमुख द्वार को मिलाकर कुल द्वार हैं।

- तीर्थ कुंड की गोलाकार दीवार का सुंदरीकरण हो, तो और खिले चक्रतीर्थ।

- चक्रतीर्थ के प्रमुख द्वार को और अधिक भव्यता देने की जरूरत है।

- चक्रतीर्थ पर बिजली व्यवस्था में हाईमास्ट लगाने की जरूरत है।

- एक रंग से मंदिरों का रंग-रोगन हो। तीर्थ पर जनरेटर की सुविधा नहीं है।

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