कीचड़ में भूखे, प्यासे दिन-रात खड़े रहते गोवंश
तालगांव गो आश्रय स्थल में 29
सीतापुर : यहां नहर कोठी के पास संचालित गो आश्रय स्थल में इस समय 298 गोवंश रखे गए हैं। यह संख्या लिखापढ़ी में दर्ज है। इन पर खर्च के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 8940 रुपये का भुगतान हो रहा है। आश्रय स्थल के संचालन की जिम्मेदारी प्रधान तालगांव नजमुद्दीन अंसारी के पास है। आश्रय स्थल में छाया की व्यवस्था नहीं है। परिसर में बारिश का पानी भरा है, कीचड़ भी है। बैठने का भी इंतजाम नहीं है। ऐसे गोवंश दिन रात खड़े ही रहते हैं। बारिश के बाद भी टिन शेड नहीं डाला गया है। शारदा सहायक नहर के किनारे यह गो आश्रय स्थल बना है। नहर कोठी काफी जर्जर है। जिससे इसमें भी गोवंशों के बैठने का कोई इंतजाम नहीं है। गोवंश के पानी पीने के लिए बनी नाद भी खाली नजर आई। इसमें पानी नहीं था। पशुओं के खाने के लिए भूसा भी नहीं है। गोवंश भूखे, प्यासे दिन-रात खड़े रहते हैं। पूर्व में कई पशु इलाज व भूख, प्यास के अभाव में दम भी तोड़ चुक हैं। प्रधान नजमुद्दीन अंसारी ने कहा छाया के लिए तिरपाल डाला गया था। आंधी में यह क्षतिग्रस्त हो गया। टिन शेड के निर्माण पर नहर विभाग ने आपत्ति कर दी। जिससे यह कार्य नहीं हो पाया है। वर्जन-
हरा चारा सुबह दिया जा रहा है। भूसा के लिए बराबर भुगतान हो रहा है। बारिश से पहले टिन शेड डलवाने के लिए प्रधान व सेक्रेटरी से कहा था। इसकी जांच की जाएगी। लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी।
ओपी वर्मा, एडीओ परसेंडी