पीएसी कांस्टेबल को टक्कर मारकर कार चालक फरार

रायबरेली के सरेनी का है जवान नीरज छुट्टी बिताकर लौटा था

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 11:21 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 11:21 PM (IST)
पीएसी कांस्टेबल को टक्कर मारकर कार चालक फरार
पीएसी कांस्टेबल को टक्कर मारकर कार चालक फरार

सीतापुर : लखनऊ मार्ग शुक्रवार को कार ने पीएसी कांस्टेबल को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोर थी कि पैदल रास्ता पार कर रहा जवान कार के बोनट से छत पर गोता खाकर सड़क पर गिरा। ड्राइवर कार समेत तेज रफ्तार में भाग निकला। हादसा सीसी कैमरे में कैद हो गया है। दुर्घटना मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट के सामने हुई। हादसे में घायल 24 वर्षीय पीएसी कांस्टेबल नीरज कुमार पुत्र संतोष रायबरेली के पूरेअल्पी पोस्ट सरेनी का निवासी है। हेड कांस्टेबल रणधीर सिंह व कांस्टेबल राजीव मौर्य ने जवान को सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर किया है।

पीएसी कांस्टेबल छुट्टी बिताकर घर से शुक्रवार सुबह सात बजे के दौरान मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट के पास उतरा था। वह सड़क पार कर रहा था, तभी हादसा हुआ। रेलवे स्टेशन मार्ग पर मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट की सुरक्षा में लखनऊ की 35 बटालियन के जवान तैनात हैं। इसी में शामिल कांस्टेबल नीरज कुमार छुट्टी से लौटकर बस से आया था। सड़क पार कर कॉलेज आ रहा था। इसी दौरान लखनऊ की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार ने जवान को टक्कर मारकर निकल गई। कोतवाल अनिल पांडेय ने बताया, घायल जवान का इलाज हो रहा है। कार सवार फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है।

कार के नंबर प्लेट के हुए दो भाग

लखनऊ की 35 बटालियन पीएसी के प्लाटून कमांडर देवेश शाही ने बताया कि हादसा सीसी कैमरे में कैद हो गया है। इसके फुटेज देखकर मामले में कार्रवाई की जा रही है। बताया, मौके पर संबंधित कार की नंबर प्लेट टूटकर गिरी है, इसके दो भाग हो गए हैं। एक भाग मिला है, जिसमें कार का नंबर क्लीयर नहीं हो रहा है पर और जानकारी जुटाई जा रही है।

पूर्व मंत्री ने डिप्टी सीएम से की शिकायत

लखनऊ मार्ग पर पीएसी जवान के साथ हुए हादसे के बाद मौलाना आजाद कालेज के सचिव और पूर्व मंत्री डॉ. अम्मार रिजवी ने डिप्टी सीएम सीएम केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखा है। कहा है कि कॉलेज के सामने न तो कोई गति अवरोधक बनाए गए हैं और न ही कोई ऐसी तकनीक लगाई गई है जिससे वाहनों की गति नियंत्रित हो। कई बार आग्रह के बाद भी पीडब्ल्यूडी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

chat bot
आपका साथी