हर सीट पर लड़ेगी भाजपा, बाकी दलों ने छोड़ी सीटें
जिला पंचायत सदस्य पदों को लेकर इस बार जंग काफी रोचक है। राजनीतिक दलों के मैदान में उतरने से जिपं सदस्य की जंग और भी रोचक हो गई है। अगर भाजपा सपा कांग्रेस और बसपा पर नजर डालें तो काफी जोर-आजमाइश के बाद राजनीतिक दलों ने समर्थितों की घोषणा की है।
सीतापुर : अब नामांकन का दौर शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव में इस बार विभिन्न राजनीतिक दल भी दांव आजमा रहे हैं। अब तक की स्थिति पर नजर डालें तो भाजपा ही सभी सीटों पर समर्थितों की घोषणा करने वाली इकलौती पार्टी है। इसके अलावा सभी दलों ने कुछ सीटों को ओपन छोड़ा है।
जिला पंचायत सदस्य पदों को लेकर इस बार जंग काफी रोचक है। राजनीतिक दलों के मैदान में उतरने से जिपं सदस्य की जंग और भी रोचक हो गई है। अगर भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा पर नजर डालें तो काफी जोर-आजमाइश के बाद राजनीतिक दलों ने समर्थितों की घोषणा की है। भाजपा ने घोषणा के लिए मंडल से लगाकर प्रदेश तक पर काफी चर्चा की। रणनीति बनाई और इसके बाद समर्थित घोषित किए। इसके बाद भी कई सीटों पर समर्थन न मिलने से दावेदार आहत हो गए। उन्होंने बगावत कर मैदान में ताल ठोक दी है।
भाजपा के बाद अब बारी अन्य दलों की थी। सपा ने भी काफी जिद्दोजहद के बाद समर्थितों के नाम घोषित किए। जिन सीटों पर कई दावेदार थे, उन पर सपा ने भी कन्नी काट ली और बगावत न हो, इसके मद्देनजर किसी को समर्थन नहीं दिया।
बसपा ने तो सिर्फ 26 सीटों पर ही अब तक समर्थित घोषित किए हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने भी कई सीटों पर न लड़ने का फैसला किया है।
लड़ेंगे दावेदार, दांव पर बड़ों की साख : जिपं की जंग के लिए भाजपा ने तो क्षेत्र वार नोडल भी नामित किए हैं। ये अपने क्षेत्र के समर्थितों के साथ जुटेंगे। कहीं न कहीं, इस मुकाबले में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी तरह अन्य दल भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। कुल मिलाकर, भले ही मुकाबला 79 वार्डों में रहेगा लेकिन, हकीकत यही है कि समर्थितों के साथ ही बड़ों की साख भी दांव पर होगी।
जिपं और ब्लाक की कुर्सी पर निगाहें : भले ही अभी चुनाव का एक चरण हो रहा है लेकिन, असल निगाहें तो अगले चरण पर हैं। ब्लाक से लेकर जिला पंचायत की कुर्सी पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इस बार इन पर कौन से महारथी विराजमान होंगे, यह देखने वाला होगा। दलबदल का दौर भी चला है।