थोड़ा और बरसो मेघा

सीतापुर जून के आखिरी पखवाड़े में छिटपुट बारिश के बीच बढ़ते तापमान ने जनजीवन को बेहाल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:46 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:46 PM (IST)
थोड़ा और बरसो मेघा
थोड़ा और बरसो मेघा

सीतापुर : जून के आखिरी पखवाड़े में छिटपुट बारिश के बीच बढ़ते तापमान ने जनजीवन को बेहाल किया। मौसम का यह मिजाज जुलाई के पहले पखवाड़े तक रहा। 17 जुलाई से बदले मौसम के मिजाज ने आमजन को गर्मी से राहत दी।

किसानों के चेहरे भी खिल गए। हालांकि, बीते वर्ष की तुलना में जुलाई 2021 में बारिश अधिक हुई। अगर वर्ष 2019 के आंकड़े पर गौर फरमाएं तो इस बार बारिश कम हुई है। जुलाई 2020 में करीब 20 दिन जिले में बारिश हुई। इस बारिश तो दो दिन कम हुई लेकिन, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक बारिश रिकार्ड की गई। अब एक बार कुछ दिनों से सूरज पूरी रौ में है। ऐसे में लोग फिर से बारिश की आस लगाए हैं।

जून में झूमकर बरसे थे बदरा

जून 2020 की तुलना में जून 2021 में अधिक बारिश रिकार्ड की गई। बारिश ने बीते वर्ष के रिकार्ड को 15 दिन में ही तोड़ दिया। वहीं जून 2019 की तुलना की जाए तो जिले में बारिश का आंकड़ा पांच गुना से अधिक है। एक, दस व 11 जून को मौसम की मेहरबानी हुई थी। 14 व 15 जून को जमकर बारिश हुई। अंतिम पखवाड़े में भी जिले में कहीं-कहीं बारिश हुई।

बारिश की माहवार तुलना

माह 2019 2020 2021

मार्च नहीं 147 तीन

अप्रैल 27 19 40

मई 00 124 167

जून 136 430.5 1435

जुलाई 1577 1018 1480

नोट : बारिश के आंकड़े प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक हैं। (बारिश की माप मिमी में है)

वर्जन

जुलाई में अच्छी बारिश होने से किसानों को फायदा हुआ। धान की रोपाई समय से हो गई और किसानों की बचत भी हुई है। गन्ने की सिचाई हो जाने से भी किसानों को फायदा हुआ।

- सत्येंद्र प्रताप सिंह, जिला कृषि अधिकारी

इस बार धान की रोपाई में लागत कम आई है। समय-समय पर हुई अच्छी बारिश ने किसानों को लाभ पहुंचाया। किसान, धान की निगरानी करते रहें। किसी भी प्रकार का कीट या अन्य कोई समस्या नजर आने पर कृषि विभाग या कृषि वैज्ञानिकों से सलाह जरूर लें।

- डा. दया एस श्रीवास्तव, कृषि वैज्ञानिक

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