इंटरनेट बंद, काम ठप और पढ़ाई थमी, बेचैन हो गए लोग
सुबह से देर रात तक ठप रही इंटरनेट सेवा इंटरनेट बंद होने से प्रभावित हुआ कामकाज
सीतापुर : बुधवार सुबह करीब आठ बजे जिले में इंटरनेट सेवा बंद हो गई। सूचनाओं का आदान-प्रदान रुक गया। फोन घनघनाने लगे और एक-दूसरे इंटरनेट की जानकारी ली जाने लगी। किस कंपनी का नेट बंद और किस का चल रहा है, यह सवाल खूब किए गए। हालांकि, इंटरनेट सेवा सभी कंपनियों की बंद हुई थी। सबसे पहले जिओ का नेट बंद हुआ। कुछ लोगों के नंबर पर इंटरनेट बंद होने का संदेश भी पहुंचा। 12 घंटे बाद तक इंटरनेट सेवा शुरू नहीं हो पाई। इस वजह से लोग बेचैन दिखे।
कार्यालयी काम ठप, दुकानदारों के धंधे पर असर इंटरनेट बंद होने का असर कार्यालयी कामकाज पर भी पड़ा। कई कार्यालयों में काम न होने से फरियादियों को भटकना पड़ा। वहीं, मोबाइल इंटरनेट के सहारे काम करने वाले दुकानदारों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। राशन कार्ड फीडिग प्रभावित हुई और मोबाइल बैंकिग सेवा का लाभ भी उपभोक्ता नहीं ले सके।
वैक्सीनेशन की राह में इंटरनेट बना रोड़ा
इंटरनेट सेवा बंद होने से कोविड वैक्सीनेशन पर भी ब्रेक लग गया। वैक्सीनेशन का विवरण पोर्टल पर फीड किया जाता है। नेट बंद होने से स्वास्थ्यकर्मियों के मोबाइल में पोर्टल खुल नहीं सका। एसीएमओ डा. पीके सिंह ने बताया कि इंटरनेट बंद होने से टीकाकरण का काम बाधित हुआ है। किसी भी वैक्सीनेशन सेंटर से कोई सूचना नहीं मिल सकी। बुधवार को जिले के प्रत्येक ब्लाक में कम से कम 1400 वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। किसी सेंटर पर टीकाकरण हुआ या नहीं, यह पता नहीं चल सका।
बच्चों की क्लास भी रुकी
आनलाइन पढ़ाई में भी इंटरनेट बंद होने से बाधा आई। दरअसल, जिस समय इंटरनेट सेवा बंद हुई उस समय कई स्कूलों की आनलाइन क्लास भी चल रही थी। क्लास थमने के बाद बच्चे हैरान रह गए। अपना मोबाइल री-स्टार्ट किया। इंटरनेट नहीं आया। हां, कुछ लोगों को मोबाइल पर इंटरनेट सेवा बाधित होने का संदेश जरूर मिल गया। कुछ इस बारे में एक-दूसरे से पूछते रहे।
..आखिर कब आएगा इंटरनेट
पहले तो लोग कुछ देर तक यह समझ नहीं पाए कि इंटरनेट बंद हुआ है। बाद में जब जानकारी हुई तो इंटरनेट सेवा शुरू होने का इंतजार करने लगे। फोन करके एक-दूसरे से इंटरनेट कब चालू होगा, यह सवाल भी किए।