दावे तमाम, 2.90 करोड़ की परियोजना अधूरी

बचाव कार्य ठप रमुवापुर गांव में घुसा पानी और रतौली बना टापू

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:27 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:27 PM (IST)
दावे तमाम,  2.90 करोड़ की परियोजना अधूरी
दावे तमाम, 2.90 करोड़ की परियोजना अधूरी

सीतापुर : खूब हाय-तौबा हुई। ग्रामीणों को बाढ़ से बचाने की बातें भी हुईं। अधिकारियों का दौरा भी हुआ और पानी गांव में भर गया। बचाव कार्य बेकार गया। रतौली गांव टापू बना और रमपुरवा में पानी भर गया। 2.90 करोड़ की परियोजना की जानकारी देने वाला प्राक्कलन बोर्ड भी शारदा के पानी में खड़ा है। दोनों तरफ नदी का पानी भरा होने से बचाव का रास्ते की तरह दिख रहा है। कहीं-कहीं बोरियां भी खिसकने लगी हैं। बोरियों में गैप भी है। नदी का पानी रतौली गांव के कुछ घरों की दीवारों से सटकर बह रहा है। कुछ ग्रामीणों के शौचालय भी कटान की कगार पर हैं।

पानी में डूबा काम, मुश्किलें नहीं हुई आसान

लहरपुर तहसील के तहत शारदा नदी के दाएं किनारे के गांव रतौली, रमुवापुर, बेलवा, पट्टी व अन्य गांवों को कटान से बचाने के लिए 2.90 करोड़ की परियोजना स्वीकृत हुई थी। विभाग ने काम तो शुरू कराया, लेकिन काम की रफ्तार पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। नतीजा ये रहा कि शारदा का जलस्तर बढ़ते ही पानी गांवों में पहुंच गया। बचाव कार्य भी डूब गया।

यह कराया जाना है कार्य

स्टड निर्माण परियोजना में कटान से बचाव को 900 मीटर की लंबाई में 50-50 मीटर के अंतराल पर 25 मीटर लंबे व दस मीटर चौड़े 18 परक्यूपाइन स्टड बनाए जाने हैं। कार्यस्थल पर परियोजना की जानकारी देने वाला प्राक्कलन बोर्ड तो लगाया गया, लेकिन काम शुरू और समाप्त होने का समय नहीं दिया गया।

डराती हैं लहरें, करें भी तो क्या

रतौली गांव निवासी बहोरी, चंद्रभाल, विद्यासागर, जंगू आदि का कहना है कि, नदी तो घरों के पास पहुंच गई। बचाव कार्य दस दिन से बंद है। उफनाती शारदा की लहरें डराती हैं। अधिकारी आते हैं आश्वासन देकर जाते हैं। बाढ़ से जूझने के सिवा हम कर भी क्या सकते हैं।

वर्जन

नदी का पानी बढ़ जाने से काम रुक गया। रतौली परियोजना में थोड़ा काम की बाकी रह गया है। पानी कम होते ही बचाव कार्य पूरा करा दिया जाएगा।

- अभिलाख सिंह, एई सिचाई विभाग

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