चार घंटे की लुकाछिपी और पुलिस के 'चक्रव्यूह' में फंसीं प्रियंका

सीतापुर से निकलने के लिए चार घंटे की कड़ी मशक्कत सिधौली से बिसवां लहरपुर और हरगांव में रुका काफिला

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 11:58 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 11:58 PM (IST)
चार घंटे की लुकाछिपी और पुलिस के 'चक्रव्यूह' में फंसीं प्रियंका
चार घंटे की लुकाछिपी और पुलिस के 'चक्रव्यूह' में फंसीं प्रियंका

सीतापुर : मिशन लखीमपुर! जी हां, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार की देर रात लखनऊ से इसी मिशन पर निकली थीं। उनके लिए इटौंजा टोल से शुरू हुईं मुश्किलें सीतापुर में भी पग-पग बरकरार रहीं। प्रियंका गांधी वाड्रा की गाड़ी करीब चार घंटे से भी अधिक समय तक सीतापुर के विभिन्न इलाकों में घूमती रही। पुलिस और प्रियंका के बीच चली यह लुकाछिपी तड़के साढ़े पांच बजे हरगांव में थमी। यहीं पर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली।

प्रियंका के लखनऊ से लखीमपुर जाने की खबर पाकर कांग्रेसी भी सजग हो गए थे। जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी भी प्रियंका के साथ लखनऊ जाने के लिए निकले थे। सूत्र बताते हैं कि पुलिस की चौकसी को देखते हुए आखिरी समय पर प्लान बदला। प्रियंका को वाया लहरपुर लखीमपुर ले जाने की योजना थी। प्रियंका का काफिला सिधौली से बिसवां के लिए मुड़ा। बिसवां में ही जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी भी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ हो लिए। इसके बाद प्रियंका बिसवां से लहरपुर पहुंचीं। लहरपुर में इंट्री करते ही वाहनों को रोका जा रहा था। यह देखकर गाड़ी को एक बार फिर सीतापुर की ओर मोड़ा गया। गांव, कस्बों में पुलिस से लुकाछिपी का खेल खेलते हुए प्रियंका की गाड़ी काजीकमालपुर तक पहुंच गई। यहीं से हरगांव होकर ही लखीमपुर जाने की राह थी। ऐसे में गाड़ी हरगांव की ओर मुड़ गई। हरगांव पहुंचते ही पुलिस बल सक्रिय हो गया। प्रियंका के काफिले को रोक लिया गया। वह गाड़ी में पीछे सीट पर बैठी थीं। इसी के बाद उन्हें सीतापुर लाया गया।

चार घंटे सीतापुर में भटका काफिला

मिशन लखीमपुर को कामयाब बनाने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा की गाड़ी सीतापुर के विभिन्न इलाकों में भटकती रही। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव रात करीब एक बजकर 15 मिनट पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव इटौंजा टोल पार हुईं। इसके बाद सिधौली से बिसवां होते हुए निकलीं। करीब सवा चार घंटे बाद पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

इटौंजा टोल पर बदलनी पड़ी गाड़ी

इटौंजा टोल पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी गाड़ी बदली। एक पदाधिकारी के मुताबिक, यहां पर काफी चौकसी थी। इसी वजह से प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी गाड़ी को वहां पर छोड़कर दूसरी गाड़ी में सवार हुईं और सीतापुर तक आईं। पहले गाड़ी जितेंद्र हुड्डा चला रहे थे। बाद में जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी गाड़ी चलाते नजर आए।

chat bot
आपका साथी