कांस्टेबल पर पीटने व रुपये लेकर छोड़ने का आरोप, वीडियो वायरल
सपाटपुर में बिजली लाइन में कटिया डालने के दौरान हुआ था विवाद
सीतापुर : महोली कोतवाली पुलिस पर पीड़ित पक्ष का पट्टे से पीटने व उससे रुपये लेने का आरोप लगा है। इस मामले में पीड़ित ने अपनी पीड़ा कहकर वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया है। फिलहाल, कोतवाली प्रभारी ने पूरे मामले को झूठा करार दिया है। मामला महेवा ग्राम पंचायत के मजरा सपाटपुर गांव का है। घटना तीन दिन पुरानी बताई जा रही है।
फिलहाल वायरल वीडियो में कांस्टेबल पर आरोप लगाने वाला अपना नाम मुहम्मद हनीफ बता रहा है। वायरल वीडियो में मुहम्मद हनीफ कह रहा है कि वह मंगलवार शाम को कोतवाली में मुकदमे की नकल लेने आया था। साथ में उसका भतीजा सोनू भी था। इसी दौरान कोतवाली में एक कांस्टेबल ने उसे और उसके भतीजे को पकड़कर लाकअप में बंद कर दिया। फिर मुहम्मद हनीफ व उसके भतीजे की पट्टे से पिटाई की। इसके बाद उसी रात 12 हजार रुपये लेकर 11.30 बजे छोड़ा। महोली कोतवाली प्रभारी संजय पांडेय ने बताया, वीडियो में मोहम्मद हनुीफ झूठे आरोप लगा रहा है। किसी कांस्टेबल ने न ही उसे मारा है और न ही उससे रुपये लिए हैं। संजय पांडेय ने बताया, सफीउल्ला व कमलेश के बीच बिजली खंभे में कटिया डालने को लेकर विवाद हुआ था। सैफुल्ला मोहम्मद हनीफ का चचेरा भाई है। खंभे पर मोहम्मद हनीफ का भतीजा छोटू चढ़ा था। उसी दौरान कमलेश बिजली गुल हो जाने की बात कहकर विवाद करने लगा। कमलेश व सैफुल्ला में मारपीट होने लगी। कमलेश कई लोग थे। इसलिए सैफल्ला व उसकी पत्नी समेत कई लोग घायल हो गए। दोनों पक्षों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा लिखा था। महेवा के पूर्व प्रधान कमल सिंह ने कहा, पुलिस ने मोहम्मद हनीफ व उसके भतीजे सोनू को कोतवाली के लाकअप में बंद किया था। इससे पहले जामा तलाशी में हनीफ के पास 12,060 रुपये व सोनू के पास 7400 रुपये निकले थे जो मुंशी के पास जमा हुए थे। रात के 11.30 बजे छूटने पर मुंशी ने उनके सामने दोनों को रुपये वापस किए थे।