महमूदाबाद में 375 व पहला में 449 पंचायत सदस्य निर्विरोध
नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों को आवंटित हुआ प्रतीक चिह्न
सीतापुर : रिक्त पंचायत पदों की उपचुनाव प्रक्रिया में जिले की कई ग्राम सभाओं के ग्राम पंचायत सदस्यों का निर्वाचन निर्विरोध हो गया। ग्राम पंचायत सदस्य के पद पर एकल नामांकन व नाम वापसी के बाद कई पंचायत सदस्य बिना चुनाव लड़े ही चुन लिए गए। वहीं महमूदाबाद की ग्राम सभा कलुवापुर के रिक्त प्रधान पद पर अब तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। सोमवार को एक उम्मीदवार ने नाम वापस ले लिया है। उम्मीदवारों को प्रतीक चिह्न आवंटित कर दिया गया। वहीं विकास खंड गोंदलामऊ के वार्ड 19 उत्तरधौना व बिसवां के मोचकला बीडीसी वार्ड में भी मतदान कराया जाएगा।
महमूदाबाद : विकास खंड के 375 वार्डाें के सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। वहीं आठ ग्राम पंचायतों के 40 वार्डों के सदस्य पद पर मतदान कराया जाएगा। विकास खंड की ग्राम सभा कलुवापुर में प्रधान पद के लिए वोट डाले जाएंगे। आरओ आरके यादव ने बताया कि, 415 वार्डाें के सापेक्ष 375 वार्डाें में एक-एक प्रत्याशी होने के कारण पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए।
हरगांव : ब्लाक की ग्राम सभाओं में रिक्त 403 ग्राम पंचायत सदस्यों के पदों के सापेक्ष 504 उम्मीदवारों ने नामांकन किया। सोमवार को 101 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया। आठ ग्राम सभाओं के 41 वार्डों में मतदान होगा।
पिसावां : ग्राम पंचायत सदस्य के 506 रिक्त पदों पर 553 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। छह नामांकन पत्र खारिज हुए और 21 उम्मीदारों ने नाम वापसी करली। 481 पंचायत सदस्य पद एकल नामांकन के चलते निर्विरोध हो जाएंगे। वहीं ब्लाक की दस ग्राम पंचायतों के 22 वार्डों में मतदान कराया जाएगा।
गोंदलामऊ : ब्लाक के 285 ग्राम पंचायत वार्डों में पंचायत सदस्य पद पर उपचुनाव होना है। नाम वापसी के बाद 245 ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध हो गए। 38 वार्डों में मतदान कराया जाएगा।
बेहटा : नाम वापसी के बाद 287 ग्राम पंचायत सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ। 39 वार्डों में ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए वोट डाले जाएंगे। आम और ओखली मिला निशान, प्रचार में जुटे दावेदार
उपचुनाव प्रक्रिया में सोमवार को ग्राम पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों को आम और ओखली चुनाव चिह्न आवंटित किया गया। ग्राम पंचायत के जिन वार्डों में दो से अधिक उम्मीदवार थे, वहां अंगूर प्रतीक चिह्न भी दिया गया। प्रतीक चिह्न मिलने के बाद उम्मीदवार चुनाव प्रचार में जुट गए।