घाघरा में समा गए 17 घर, ग्रामीणों में बढ़ा डर

शारदा व घाघरा के जलस्तर में सोमवार को भी बढ़ोतरी दर्ज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:40 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:40 PM (IST)
घाघरा में समा गए 17 घर, ग्रामीणों में बढ़ा डर
घाघरा में समा गए 17 घर, ग्रामीणों में बढ़ा डर

सीतापुर : शारदा व घाघरा के जलस्तर में सोमवार को भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो नदियों का पानी गांवों में प्रवेश कर जाएगा। वहीं रविवार रात से सोमवार सुबह तक रेउसा ब्लाक के गांव फौजदारपुरवा निवासी 17 ग्रामीणों के घर नदी में समा गए। ग्रामीणों की मेंथा फसल भी कटान की भेंट चढ़ रही है। वहीं रामपुर मथुरा ब्लाक इलाके के गांवों पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। एडीएम विनय पाठक व सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता स्तर-एक ने बाढ़ बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।

कट रहे खेत और घर, पलायन कर रहे ग्रामीण रेउसा : घाघरा का पानी रेउसा ब्लाक के फौजदारपुरवा, परमेश्वरपुरवा, जटपुरवा आदि गांव के ग्रामीणों की परेशानी बन गया है। ग्राम सभा गोलोक कोडर के मजरा फौजदारपुरवा में रहने वाली राधा, संतराम, नन्नू, देशराज, राधेश्याम, राजू, अनुग्रह प्रसाद, अनिल, हीरालाल, सोहनलाल, दिनेश, सुशील, बालकराम, अरविद कुमार, उमा निवास, राममूरत आदि के घर घाघरा की धार में बह गए। 11 बीघा मेंथा फसल भी नदी में समा गई।

इन ग्रामीणों के घर कटान की जद में फौजदारपुरवा के कमलेश, जिमीदार, लक्ष्मी नारायण, रामचंद्र, राजकुमार, मथुरा, श्यामलाल आदि ग्रामीणों के घर कटान की जद में हैं। वहीं परमेश्वरपुरवा के हरिहर, मनोज कुमार, रामा, धीरज, सकटू, लालाराम, रामनरेश, गयादीन, रामचंद्र यादव आदि ग्रामीणों के घरों पर कटान का खतरा मंडराने लगा है।

रात तक गांव में घुस सकता है पानी

म्योड़ी छोलहा में पूर्व प्रधान के घर के सामने नाले में नदी का पानी भर रहा है। पानी ऐसे ही बढ़ता रहा तो देर रात तक नदी का पानी गांव में घुस जाएगा। वहीं

ताहपुर के उत्तर नईबस्ती-श्रीराम पुरवा के निकट नाले में बाढ़ का पानी पहुंच गया है।

रतौली पहुंचे एडीएम, बचाव कार्यों का जाना हाल

एडीएम विनय पाठक ने सोमवार को लहरपुर तहसील के रतौली गांव में कराए जा रहे बचाव कार्य का जायजा लिया। नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर जरूरी निर्देश दिए। वहीं सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता स्तर-एक हेमंत कुमार गुप्ता ने भी बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।

वर्जन

सोमवार दोपहर दो बजे तक की सूचना के मुताबिक बनवसा से 164702 क्यूसेक व गिरिजा बैराज से 134435 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बचाव कार्य से कटान रुक गया है। नदियों के किनारे के संवेदनशील स्थानों की निगरानी की जा रही है।

- विशाल पोरवाल, एक्सईएन सिचाई

chat bot
आपका साथी