नदी की धार में समाई 17 बीघा जमीन, चार घर भी कटे

शारदा व घाघरा के बढ़ा जलस्तर पहुंचा रहा नुकसान

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 11:55 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 11:55 PM (IST)
नदी की धार में समाई 17 बीघा जमीन, चार घर भी कटे
नदी की धार में समाई 17 बीघा जमीन, चार घर भी कटे

सीतापुर : शारदा व घाघरा के बढ़े जलस्तर ने नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। बुधवार शाम तक रेउसा ब्लाक के गांव फौजदारपुरवा-परमेश्वरपुरवा के कई किसानों का खेत नदी में समा गया। चार घर भी कट गए। वहीं रामपुर मथुरा इलाके के अखरी गांव के समीप घाघरा तेज गति से कटान कर रही है।

कटे खेत और बाग, कटान के मुहाने पर स्कूल

रेउसा : बुधवार को मेउड़ी छोलहा के पूर्व प्रधान अजीज एवं हामिद अली की आम की बाग घाघरा नदी में समा गई। किसान सलाउद्दीन, सफीकुद्दीन, कलीम, रियाजुद्दीन, अलीशेर, सद्दाम हुसैन आदि किसानों की 17 बीघा कृषि योग्य भूमि नदी की कटान में कट गई। गोलोक कोडर के मजरा फौजदारपुरवा व ठेकेदारपुरवा गांव का अस्तित्व खतरे में हैं। प्राथमिक विद्यालय फौजदारपुरवा कटान के मुहाने पर पहुंच गया है। नदी स्कूल की दीवार के समीप से बह रही है। पूर्व में आई बाढ़ ने फौजदारपुरवा के 27 घरों को समाप्त कर दिया था। गांव को कटान से बचाने को किए जा रहे प्रयास काम नहीं आ रहे हैं। बचाव कार्य भी नदी में बह रहे हैं। चार जिओ बैग फटकर नदी में समा गया। फौजदारपुरवा के राजकुमार, शोभाराम, बड़को, फूलमती व ठेकेदारपुरवा के रामनरेश, ठाकुरदेई, अंकित, श्रीकेशन, विपिन, भेरूलाल, त्रिभुवन, सोबरन, अनुज ने ग्रामीण नदी की कटान से भयभीत होकर अपने घरों को खुद ही उजाड़ने लगे हैं। ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया।

कटान से डरे अखरी गांव के ग्रामीण

रामपुर मथुरा : घाघरा के बढ़ते जलस्तर व कटान की तेज गति ने अखरी गांव के ग्रामीणों को डरा दिया है। नदी खेतों का तेज गति से कटान कर रही है। कटान इसी रफ्तार से होता रहा तो अखरी गांव का अस्तित्व मिट सकता है। बचाव कार्य गांव को बचाने के काम नहीं आ रहे।

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