मौसम ने दिया साथ, बढ़ेगा गेंहू का उत्पादन
पिछले सप्ताह धूप खिलने व पछुवा हवा बहने से किसान थे चितित
सिद्धार्थनगर: कड़ाके की ठंड ने जनमानस को भले ही ठिठुरने पर विवश किया है, पर गेहूं की फसल के लिए मौसम अनुकूल है। इससे गेहूं का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। पिछले सप्ताह के मौसम ने किसानों को जहां काफी चितित कर दिया था, बहुत सारे किसान निजी साधन से खेतों की सिचाई कर फसल को बचाने की जद्दोजहद में लगे थे, वहीं इधर चार-पांच दिनों से मौसम ने जो साथ दिया है, उससे किसानों ने राहत की सांस ली है।
इस बार ठंड के मौसम में अपेक्षाकृत कम बारिश से किसान परेशान थे। पछुवा हवा व तेज धूप के कारण गेहूं की फसल प्रभावित होने लगी थी। जिसको देख किसान परेशान थे। मगर अब तापमान में आई गिरावट व घने कोहरे के कारण मौसम काफी अनुकूल हो गया है। ऐसे मौसम में गेहूं के कल्ले ज्यादा निकलेंगे, जिससे दाना ज्यादा होगा और उत्पादन बढ़ेगा। सब्जियों के लिए मौसम कुछ नुकसानदेह बताया गया है। टमाटर, मटर, फूल गोभी के लिए धूप जरूरी है, जो इधर नहीं मिल पा रही है।
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क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक
कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के वैज्ञानिक डा. प्रदीप कुमार का कहना है कि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए काफी लाभकारी है। किसानों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। क्योंकि जनवरी और फरवरी में फसल में पीला रतुआ रोग की संभावना बढ़ जाती है। हाथ से छूने पर धारियों से फूफंद के बीजाणु पीले रंग की तरह हाथ में लगते हैं। उपचार के लिए जरूरी है कि किसान अपने खेतों की निगरानी करते रहें, यदि प्रकोप दिखाई दे तो प्रोपीकोनाजोल एक मिलीलीटर प्रति लीटर के हिसाब से खेतों में छिड़काव करें।