कोरोना संक्रमण से लड़ाई में टीकाकरण हथियार

कोविड महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण ही हथियार है। बिना इस हथियार को लिए हम इस महामारी से जंग नहीं जीत सकते। जरूरी है कि जो भी 1

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से लड़ाई में टीकाकरण हथियार
कोरोना संक्रमण से लड़ाई में टीकाकरण हथियार

सिद्धार्थनगर : कोविड महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण ही हथियार है। बिना इस हथियार को लिए हम इस महामारी से जंग नहीं जीत सकते। जरूरी है कि जो भी 18 वर्ष से अधिक उम्र के हों वह कैंप में पहुंचकर टीका जरूर लगवाएं। यह बातें कैफी रिजवी ने हल्लौर में लोगों को वैक्सिनेशन के लिए जागरूक करते हुए कही। जागरूक युवाओं के समझाने पर दो सौ लोगों ने टीकाकरण कराया।

हल्लौर में ग्राम पंचायत में टीकाकरण कराने से बचे हुए लोगों के लिए कैंप लगने के बाद टीकाकरण कि रफ्तार धीमी थी। बुधवार कैफी अपनी युवा टोली के साथ कैंप पर पहुंचे तथा घर- घर जा कर शेष लोगों तक कैंप में लाएं और सबसे पहले स्वयं पहला टीका लगवाया। इसी दौरान कैंप में निरीक्षण के लिए पहुंचे बीडीओ सुशील कुमार अग्रहरि ने कहा कि जिस प्रकार तमाम बीमारियों पर टीकाकरण से काबू पाया गया, कोविड के साथ भी ऐसा ही होगा। किसी तरह के भ्रम में न पड़कर अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए टीकाकरण जरूर कराएं। जागरूकता का असर भी देखने को मिला और लोगों ने बढ़ चढ़कर टीका लगवाया। प्रधान ताकीब रिजवी, राशिद, उम्मीद, संजय, सचिव हरिशंकर सिंह, संतोष, सहदेव, शिवपूजन अग्रहरि, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहे। वैक्सीन खत्म, नहीं हुआ टीकाकरण सिद्धार्थनगर : मंगलवार को पूरे जिले में टीकाकरण का महाअभियान चला जो काफी सफल रहा। स्थिति यह रही कि अधिकांश केंद्रों पर लक्ष्य से ज्यादा टीकाकरण हुआ। इटवा में भी चार हजार लक्ष्य के सापेक्ष 4130 को टीकाकरण हुआ। मगर महाअभियान का असर ये रहा कि कोरोना वैक्सीन ही खत्म हो गई, जिसके चलते बुधवार को गांवों में क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी टीकाकरण कार्यक्रम नहीं चल सका। बहुत सारे लोग वैक्सीनेशन के लिए आए, जिन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा।

महाअभियान में ब्लाक क्षेत्र में 40 स्थानों पर टीकाकरण चला। बहुत सारे लोग टीकाकरण नहीं करा सके। विभाग ने प्रोग्राम बनाया कि अस्पताल के अलावा करीब दर्जन भर गांवों में प्लानिग के साथ टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जाएगा। कोविड टीका तो कल सायं को ही समाप्त हो गया था, पर उम्मीद थी कि जिले से आज सुबह टीका भेजा जाएगा। मगर वैक्सीन दिक्कत के चलते नहीं यह यहां नहीं भेजी गई। जिसकी वजह से अस्पताल सहित गांवों में भी टीकाकरण कार्य ठप रहा। सीएचसी पर पहली डोज के अलावा ऐसे लोग भी आए, जिन्हें दूसरे डोज का टीका लगना था, लेकिन टीका उपलब्ध न होने के कारण सभी को मायूस होकर लौटना पड़ा। अस्पताल पर मिले महीबुल्लाह, राम संवारे, प्रेम कुमार, महेश, राधेश्याम ने बताया कि टीका लगाने आया था, परंतु बताया गया कि आज टीकाकरण नहीं हो रहा है।

अधीक्षक डा. बीके वैद्य ने बताया कि टीका कल ही खत्म हो गया था, आज जिले से आना था, पर आ नहीं पाया, जिसके कारण वैक्सीनेशन नहीं हो सका है। जैसे ही टीका आता है, प्लान के तहत टीकाकरण कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी