प्रशिक्षित हुए शिक्षक, मिला प्रमाण पत्र

स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम में इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को हुआ। आयुष्मान भारत योजना में इसका आयोजन किया गया। शिक्षकों को महत्वपूर्ण बिदु की जानकारी देते हुए जागरूक किया गया। प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाण पत्र भी दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 11:18 PM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 11:18 PM (IST)
प्रशिक्षित हुए शिक्षक, मिला प्रमाण पत्र
प्रशिक्षित हुए शिक्षक, मिला प्रमाण पत्र

सिद्धार्थनगर : स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम में इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को हुआ। आयुष्मान भारत योजना में इसका आयोजन किया गया। शिक्षकों को महत्वपूर्ण बिदु की जानकारी देते हुए जागरूक किया गया। प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाण पत्र भी दिया।

सीएचसी अधीक्षक डा. बीके वैद्य ने कहा कि दूसरे बैच का ये प्रशिक्षण चार दिनों तक चला है। इसमें जो भी जानकारियां मिली हैं, उसका क्रियान्वयन विद्यालयों में करें। जिससे बच्चे स्वस्थ रहें। प्रशिक्षक डा. अजीत त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय जाने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर शिक्षकों को जागरूक करना होगा। प्रशिक्षण में बच्चों के स्वास्थ्य, किशोरावस्था, शिक्षा कार्यक्रम, जीवन कौशल, जीवन मूल्य शिक्षा, राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना, योग और ध्यान को बताया गया। कक्षा छह से आठ के बच्चों को स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहना चाहिए। बालिकाओं की समस्याएं दूर करना होगा। कुपोषित बच्चों को चिह्नित करने के लिए अभियान संचालित किया जाए। डा. हनुमंत मिश्रा ने कहा कि कुपोषित व अन्य बीमारी से ग्रसित छात्र को स्वास्थ्य केंद्र पर भेजकर परीक्षण कराना चाहिए। डा. प्रियंका, पंकज कुमार त्रिपाठी, पंकज यादव, राकेश मिश्रा, टीना, देशराज शर्मा, मुहम्मद मुस्तफा, अशोक भारती आदि मौजूद रहे। दिसंबर में सिविवि कराएगा शोध पात्रता परीक्षा

सिद्धार्थनगर : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय व संबद्ध कालेज के स्नातक शिक्षक को भी शोध कराने के लिए विद्यार्थी जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे। कुलसचिव राकेश कुमार ने बताया कि सिविवि व संबद्ध कालेज के स्नातक स्तर के शिक्षकों को शोध कराने का निर्णय पहले लिया था। दिसंबर में शोध पात्रता परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर विभिन्न विषयों में हिदी, संस्कृत, राजनीति शास्त्र, प्राचीन इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, शिक्षाशास्त्र, वनस्पति विज्ञान, प्राणी विज्ञान, रसायन शास्त्र, भौतिक विज्ञान, गणित, वाणिज्य प्रबंधन विधि, रक्षा अध्ययन, मध्यकालीन इतिहास, उर्दू, लोक प्रशासन विषयों में शोध पात्रता परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। सफल विद्यार्थियों को उक्त विषयों के संबंधित शिक्षकों को शोधार्थी के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। शोध पात्रता परीक्षा के समन्वयक प्रो. सुशील तिवारी ने बताया कि शोध परीक्षा आयोजित होने से योग्य विद्यार्थियों को शोध करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त होगा। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। विश्वविद्यालय व संबद्ध कालेज के शिक्षकों के शैक्षिक उन्नयन में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। यह जानकारी सूचना जनसंपर्क अधिकारी डा. अविनाश प्रताप सिंह ने दी है।

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