व्यापारियों ने मंदिर निर्माण के लिए किया निधि समर्पण

बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण महाभियान योजना में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक अनिल को निधि समर्पित किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 12:16 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 12:16 AM (IST)
व्यापारियों ने मंदिर निर्माण के लिए किया निधि समर्पण
व्यापारियों ने मंदिर निर्माण के लिए किया निधि समर्पण

सिद्धार्थनगर : नगर पंचायत उसका बाजार के व्यापारियों ने बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण महाभियान योजना में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक अनिल को निधि समर्पित किया। भाजपा के शिवशरण चौरसिया , हेमंत जायसवाल व राकेश आर्य की मौजूदगी में व्यापारी शंभू नाथ अग्रवाल, अनूप छापड़िया, आनंद छापड़िया, निर्मल छापड़िया, गोपाल दास छापड़िया, देवेंद्र अग्रहरि, अशोक अग्रहरि, बृजेश जायसवाल, धनेश वर्मा,महेश छापड़िया, सतीश तुलस्यान ने निधि समर्पण किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक सुरजीत , शिवेंद्र , हरिश्चंद्र जायसवाल, केशभान राय,दिवाकर त्रिपाठी, व्यंकटेश्वर पाण्डेय, सोमनाथ मिश्र, मनीष अग्रहरि, सत्य प्रकाश वर्मा, बीपी पाण्डेय, सुनील अग्रहरि, विशाल अग्रहरि, मनोज अग्रहरि, समीर कश्यप आदि मौजूद रहे। इसके पूर्व नगर क्षेत्र में स्टेशन रोड पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण महाभियान उसका बाजार के कार्यालय का उद्घाटन खंड संघ चालक श्रीराम मिश्र ने किया। इसी क्रम में रघुबर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में प्रधानाचार्य राकेश मणि त्रिपाठी ने 51 हजार व प्रबंधक मुरलीघर अग्रहरि ने एक लाख रुपये का व्यक्तिगत खाते से चेक क्षेत्रीय प्रचारक अनिल के समक्ष समर्पण किया।

शिक्षक हित में संगठन उदासीन, दिया इस्तीफा

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की ब्लाक इकाई इटवा के सदस्य व मौजूदा समय में कोषाध्यक्ष व आडीटर अब्दुल फरीद खां ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। संगठन पदाधिकारियों को भेजे पर पत्र में उन्होंने संगठन पर शिक्षक हितों में उदासीनता बरतने संबंधित आरोप लगाया है।

पत्र में फरीद ने कहा कि कई वर्ष से यहां संगठन के पदों पर चुनाव नहीं हुआ। संगठन की मजबूती की दिशा में बैठकें भी नहीं कराई जाती हैं। शिक्षक अपनी समस्या से परेशान रहते हैं, मगर इसके समाधान के लिए कोई उल्लेखनीय कदम नहीं उठाया जा रहा है। ऐसे में संगठन में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। सभी पदों के साथ संगठन की सदस्यता से भी त्याग पत्र दे रहे हैं। प्राशिसं के ब्लाक अध्यक्ष करुणेश मौर्य ने कहा कि अब्दुल फरीद सिर्फ संगठन सदस्य थे, वर्तमान में वह कोई पदाधिकारी नहीं थे। किस के दबाव में उन्होंने इस्तीफा दिया, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

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