पीकू वार्ड में नहीं होगी आक्सीजन की किल्लत

बेवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन बेड वाले पीकू वार्ड की क्षमता बढ़ाकर 20 बेड किए जाने के बाद शुक्रवार को आक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने नारियल तोड़कर भूमि पूजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:18 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:18 PM (IST)
पीकू वार्ड में नहीं होगी आक्सीजन की किल्लत
पीकू वार्ड में नहीं होगी आक्सीजन की किल्लत

सिद्धार्थनगर : बेवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन बेड वाले पीकू वार्ड की क्षमता बढ़ाकर 20 बेड किए जाने के बाद शुक्रवार को आक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने नारियल तोड़कर भूमि पूजन किया। यहां लगने वाले आक्सीजन प्लांट से तीस बेड तक सप्लाई दी जा सकेगी। विधायक ने कहा अब पीकू वार्ड के अलावा भी 10 अन्य मरीज जिन्हें आक्सीजन की जरूरत होगी उन्हें भी मिल सकेगी।

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक बताई जा रही है। बच्चों पर हमले से निपटने के लिए महकमा अब कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। कोविड के संक्रमितों को उनके तहसील क्षेत्र में इलाज व जरूरत के समय पर आक्सीजन की कमी आड़े नहीं आएगी। बेवां में पहले से स्थापित तीन बेड के पीकू वार्ड को 20 वार्ड का बनाया जा चुका है। आक्सीजन की कमी न हो इसके लिए अस्पताल में ही आक्सीजन का प्लांट भी लगने का रास्ता डीएम व विधायक के निरीक्षण के बाद साफ हुआ था। एसडीएम त्रिभुवन, अधीक्षक डा. वीएन चतुर्वेदी, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, कोतवाल शैलेश कुमार सिंह, प्रिस पांडेय आदि मौजूद रहे। इसी क्रम में विधायक ने भड़रिया से बनगवां नानकार होते हुए भड़भड़वापुर 5.30 किमी व भड़भड़वापुर से हाड़ाडीह 3.55 किमी मार्ग का शिलान्यास किया। दोनों मार्गों की लागत क्रमश: 470.35 लाख व 316.39 लाख रुपये हैं। संतोष सैनी, संतोष पासवान, रामअवतार वर्मा, अभिमन्यु कुलदीप मौर्य, रवि चौहान सहित क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे। सुबह से कतार, सिर्फ 200 को लगी वैक्सीन भनवापुर पीएचसी में लगातार टीकाकरण के लिए भीड़ उमड़ रही है। जिसे संभालने में कर्मचारियों के पसीने छूट रहे हैं। बिना सामाजिक दूरी, मास्क के लोग कतारों में अपनी-अपनी बारी की प्रतीक्षा करते हैं। शुक्रवार को पीएचसी पर सिर्फ 200 डोज वैक्सीन लोगों को लगाई जा सकी। लेकिन भीड़ 500 लोगों से अधिक की रही। अधिकतर लोग देर शाम बिना टीका लगवाए लौटने पर मजबूर हुए।

कोरोना टीकाकरण के लिए सरकार युद्ध स्तर पर प्रयासरत है। लेकिन उसकी यह कोशिश धरातल पर दिखाई नही दे रही है। ब्लाक क्षेत्र के पीएचसी भनवापुर में इसका साफ उदाहरण देखने को मिल रहा है। जहां से टीकाकरण के लिए आए तमाम लोगों को बिना टीका लगवाएं वापस होना पड़ा। न यहां लाकडाउन के नियमों का पालन दिख रहा था न ही भारी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस की व्यवस्था। सूचना के बाद भी एक बजे तक पुलिस नहीं पहुंची। जिसके कारण दिक्कत हुई। सैकड़ों की भीड़ को स्वास्थ्य कर्मी नियमानुसार टीका लगवाने के लिए आगे आने क लिए कहते नजर आए। लेकिन भीड़ में कोई मानने को तैयार नहीं। सब पहले टीका लगवाने के लिए धक्का- मुक्की करते दिखाई दिए। नरेश, मोनू, सुशीला, रमावती, सहीदुन्न, असगर, छोटू, सविता, इरफाना, कबीर आदि ने बताया कि डोज समाप्त हो गया, बिना लगवाए वापस जा रहे हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. शैलेंद्र मणि ओझा ने कहा 200 लोगों को टीका लगाया।। बढ़ती भीड़ को संभालने में परेशानी हो रही है।

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