योगमाया के दर्शन मात्र से पूरी होती हैं मुरादें

जोगिया ब्लाक व गांव में स्थित योगमाया मां के दर्शन मात्र से ही सभी मुरादें पूरी होती हैं। दूर-दराज से लोग यहां दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर का मान्यता नेपाल में भी है। वहां से भी श्रद्धालु यहां दर्शन-पूजन के लिए आते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:07 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:07 PM (IST)
योगमाया के दर्शन मात्र से पूरी होती हैं मुरादें
योगमाया के दर्शन मात्र से पूरी होती हैं मुरादें

सिद्धार्थनगर : जोगिया ब्लाक व गांव में स्थित योगमाया मां के दर्शन मात्र से ही सभी मुरादें पूरी होती हैं। दूर-दराज से लोग यहां दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर का मान्यता नेपाल में भी है। वहां से भी श्रद्धालु यहां दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। नवरात्र में बच्चों का मुंडन कराने व बाल अर्पित करने की परंपरा है। अभी भी लोग इस प्रथा का निवर्हन करते हें।

योगमाया मंदिर पर नवरात्र में दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। नवरात्र पर यहां मेला का आयोजन होता है। विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं। प्रत्येक सोमवार को भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। मान्यता है कि प्रत्येक सोमवार दर्शन करने वालों की मां हर मुरादें पूरी करती हैं। नवरात्र में यहां मेले जैसा माहौल होता है। मंदिर के चारो तरफ पूजा सामग्री से सजी दुकानें, छायादार वृक्ष व श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बना धर्मशाला सुशोभित कर रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी लोग बूढ़ी राप्ती में स्नान करने के बाद यहां दर्शन-पूचन करते हैं। इसी दिन रात्रि 12 बजे मंदिर के पुजारी को बदलने की प्रथा है। मंदिर के संस्थापक दिव्य पुरुष बाबा लौकेश्वर कर पाठक के वशंज के तीन पट्टी में से एक पुजारी को मंदिर का पुजारी नियुक्त किया जाता है। मंदिर कमेटी के पदाधिकारी पुजारी का चयन करते हैं। पुजारी पंडित विजय कर पाठक ने कहते हैं कि मां के दर्शन के लिए नेपाल से लेकर अन्य प्रदेशों के श्रद्धालु आते हैं। उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है। नवरात्र में भक्तों की भारी भीड़ होती है, दर्शन मात्र से लोगों का कल्याण होता है। माता के जयकारे से गूंज रहे देवी मंदिर

सिद्धार्थनगर : गुरुवार ऐतिहासिक वटवासिनी मंदिर में सुबह पांच बजे से ही भक्तों की भीड़ माता का जयकारा लगाते हुए मंदिर परिसर में दाखिल होने लगी। सुबह 11 बजे तक दर्शन करने वालों की भीड़ जमा रही। इस बीच दो बजे तक तेज धूप के चलते भक्तों की भीड़ कुछ कम रही, लेकिन तीन बजते ही फिर दर्शनार्थियों का जत्था कतारबद्ध मिला। कोविड नियमों का अनुपालन कराते हुए मंदिर पुजारी पं ठाकुर प्रसाद मिश्रा के साथ प्रशांत मिश्रा, श्रवण कुमार, विनोद बाबा, मुकेश मिश्रा आदि ने भक्तों को माता के दर्शन कराए। लोगों ने नारियल, चुनरी, फूल आदि चढ़ाकर माता से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। मंदिर पुजारी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोविड नियमों का अनुपालन कराया जा रहा है। साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एसएचओ इटवा वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने भी पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। कोविड नियमों के अनुपालन पर जोर दिया। बलुआ समय माता मंदिर, डुमरियागंज दुर्गा मंदिर में भी पूरे दिन माता के जयकारे गूंजते रहे।

chat bot
आपका साथी